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Benefits of Gunda: गुंदा, जिसे लसौड़ा या इंडियन चेरी भी कहते हैं, स्वाद और सेहत के लिए फायदेमंद है. इसमें प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, फॉस्फोरस और आयरन होता है. यह खांसी, दमा, स्किन एलर्जी और बुखार में असरदार है.

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अचार नहीं,आयुर्वेद की दवा है ये छोटा सा फल सेहत का बड़ा खजाना: गुंदा
हाइलाइट्स
- गुंदा खांसी, दमा, स्किन एलर्जी में असरदार है.
- गुंदा का अचार पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है.
- जोड़ो के दर्द में गुंदा की छाल का काढ़ा लाभकारी है.
सोनाली भाटी/जालौर. गर्मियों में मिलने वाला छोटा सा फल गुंदा, जिसे लसौड़ा, निसोरी या इंडियन चेरी के नाम से भी जाना जाता है, स्वाद ही नहीं बल्कि सेहत के लिहाज़ से भी किसी औषधि से कम नहीं है. आमतौर पर लोग इसका इस्तेमाल अचार या चूरन में करते हैं, लेकिन इसके औषधीय गुणों से अब भी बहुत से लोग अनजान हैं.
सुपारी जितने आकार वाला ये गुंदा असल में सेहत का खजाना है. इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, फॉस्फोरस और आयरन मौजूद होता है, जो न सिर्फ शरीर को दिनभर एनर्जेटिक बनाए रखता है, बल्कि इम्यूनिटी भी मजबूत करता है. खास बात ये है कि सिर्फ इसका फल ही नहीं, बल्कि पत्ते और पेड़ की छाल भी औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं.
इन बीमारियों में है असरदार
लसौड़ा एक बहुउपयोगी औषधीय फल है, जिसका असर कई बीमारियों पर चमत्कारी होता है. इसके सेवन से खांसी, दमा, स्किन एलर्जी और बुखार जैसी समस्याओं में राहत मिलती है. खासतौर पर गर्मियों में यह शरीर को ठंडक पहुंचाने और पाचन क्रिया को मजबूत बनाने में बेहद फायदेमंद माना जाता है.
जोड़ों के दर्द के लिए ऐसे करें उपयोग
जोड़ों के दर्द या सूजन की समस्या से परेशान लोगों के लिए गुंदा का पेड़ किसी औषधि से कम नहीं है. इसकी छाल का काढ़ा बनाकर उसमें कपूर मिलाएं और इस मिश्रण से सुबह-शाम दर्द वाले हिस्से पर मालिश करें. चाहें तो छाल को पीसकर लेप की तरह भी लगा सकते हैं. इससे दर्द और सूजन में आश्चर्यजनक राहत मिलती है. गुंदा देखने में भले ही साधारण लगे, लेकिन इसके औषधीय गुण असाधारण हैं. आयुर्वेद में इसे विशेष महत्व दिया गया है. अगर इसे रोजमर्रा के आहार में शामिल किया जाए तो यह कई बीमारियों से प्राकृतिक रूप से बचाव कर सकता है.
ऐसे करें सेवन
गुंदा यानी लसौड़े का अचार न सिर्फ स्वाद बढ़ाता है, बल्कि पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाता है. इसके बीज और छाल दाद, खाज और खुजली जैसी त्वचा संबंधी समस्याओं के इलाज में कारगर होते हैं. साथ ही सर्दी-जुकाम और गले की खराश में इसके काढ़े का सेवन राहत देता है.
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