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Deoria Latest News: सोहनाग धाम, देवरिया में भगवान परशुराम की तपोभूमि है. यहाँ नेपाल के राजा सोहन ने मंदिर बनवाया. पहले सवा महीने का मेला लगता था, अब एक सप्ताह का होता है. 5.23 करोड़ की लागत से विकास कार्य जारी …और पढ़ें

देवरिया का सोहनाग धाम: परशुराम की तपोभूमि और राजा सोहन की आस्था का प्रतीक
हाइलाइट्स
- सोहनाग धाम में 5.23 करोड़ की लागत से विकास कार्य जारी हैं.
- भगवान परशुराम की तपोभूमि सोहनाग धाम में मंदिर और घाट का निर्माण हो रहा है.
- सोहनाग धाम में अब एक सप्ताह का मेला लगता है.
देवरिया: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के सलेमपुर क्षेत्र में स्थित सोहनाग धाम एक प्रसिद्ध पौराणिक और आध्यात्मिक स्थल है, जो भगवान परशुराम की तपोभूमि के रूप में जाना जाता है. मान्यता है कि त्रेतायुग में जनकपुर में शिवधनुष टूटने के बाद, भगवान परशुराम इसी रमणीय स्थल पर रुके और तपस्या की. आज भी यह स्थान श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है
सोहनाग धाम के पूर्व दिशा में लगभग दस एकड़ क्षेत्र में फैला एक पवित्र सरोवर है, जिसका धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व अत्यंत उच्च है. स्थानीय किंवदंती के अनुसार, नेपाल के राजा सोहन को इस सरोवर के जल से स्नान करने पर उनके कुष्ठ रोग से मुक्ति मिली. इस चमत्कार के बाद उन्होंने इस स्थल की खुदाई करवाई, जिसमें भगवान परशुराम, उनकी माता रेणुका, पिता जमदग्नि और भगवान विष्णु की दुर्लभ मूर्तियां प्राप्त हुईं. जिसके बाद, राजा सोहन ने यहां मंदिर का निर्माण कराया और इस स्थान का नाम ‘सोहनाग’ रखा गया.
पहले सवा महीने तक लगता था मेला
अक्षय तृतीया के दिन से शुरू होकर सवा महीने तक चलने वाला भव्य मेला पहले यहां लगता था, जिसमें दूर-दूर से लोग शिरकत करते थे. मेले में कपड़ा, मसाला, लकड़ी के फर्नीचर आदि की खरीदारी होती थी. पुराने समय में इस मेले को ‘बिटोर मेला’ भी कहा जाता था. सुरक्षा के लिए आसपास के थानों की पुलिस अस्थाई थाना बनाकर व्यवस्था करती थी. हालांकि, समय के साथ अब इस मेले की अवधि घटकर लगभग एक सप्ताह रह गई है.
स्थानीय निवासी नारायण शुक्ल बताते हैं कि सोहनाग धाम सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि आस्था और इतिहास का प्रतीक है. उनकी मानना है कि सरकार उचित ध्यान दे तो इसे अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल बनाया जा सकता है.
करोड़ों की लागत से हो रहें हैं विकास कार्य
वर्तमान में पर्यटन विभाग द्वारा 5.23 करोड़ रुपये की लागत से सोहनाग धाम में विकास कार्य किए जा रहें हैं. इनमें मंदिर परिसर, घाट, कथा मंडप, सोलर लाइटिंग, भव्य द्वार निर्माण शामिल हैं. इसके अलावा भगवान परशुराम की कांस्य प्रतिमा भी स्थापित करने की योजना है. पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी ने सोहनाग धाम का निरीक्षण कर सौंदर्यीकरण के निर्देश दिए हैं. इस प्रकार, सोहनाग धाम धार्मिक आस्था के साथ-साथ हमारी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत का भी महत्वपूर्ण केंद्र है, जिसे संरक्षित और विकसित करना बेहद जरूरी है.
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