Latest Posts:
Search for:

[ad_1]

Last Updated:

‘Switzerland of UP’ Markundi Valley : सोनभद्र की मारकुंडी घाटी बारिश में प्राकृतिक सुंदरता और झरनों के लिए प्रसिद्ध है. जवाहरलाल नेहरू ने इसे स्विट्जरलैंड की उपाधि दी थी. हरे-भरे जंगल, झरने और मकई का भुट्टा यह…और पढ़ें

हाइलाइट्स

  • मारकुंडी घाटी बारिश में बेहद खूबसूरत होती है.
  • जवाहरलाल नेहरू ने इसे स्विट्जरलैंड की उपाधि दी थी.
  • यहां मकई का भुट्टा और झरने प्रमुख आकर्षण हैं.

सोनभद्र : बारिश के मौसम में अगर आप भी प्राकृतिक सुंदरता और झरनों का आनंद लेना चाहते हैं, तो उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले का दौरा करना न भूलें. सोनभद्र में घूमने के लिए कई ऐतिहासिक और पौराणिक स्थल हैं, लेकिन बारिश के दिनों में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला स्थान है मारकुंडी घाटी. वाराणसी-शक्तिनगर मुख्य राजमार्ग पर स्थित मारकुंडी घाटी बारिश के मौसम में सैलानियों की पहली पसंद होती है. इसका मुख्य कारण है यहां की प्राकृतिक खूबसूरती और यहां तक पहुंचने की आसान सुविधा. मारकुंडी घाटी को देखकर आप भी इसे स्विट्जरलैंड कह सकते हैं. देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने इसे स्विट्जरलैंड की उपाधि दी थी.

यहां हर तरफ हरे-भरे पेड़-पौधे और घने जंगल आपको अपनी ओर आकर्षित करते हैं. यहां का झरना भी बेहद खूबसूरत है. यही वजह है कि इस मार्ग से गुजरने वाले राहगीर हों या बारिश में प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने वाले पर्यटक, सभी इस स्थल पर आना पसंद करते हैं. यहां खाने-पीने की सामान्य व्यवस्थाएं आसानी से उपलब्ध हैं, लेकिन सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है मकई का भुट्टा, जिसका स्वाद हर कोई लेना चाहता है. आप बस, ऑटो, बाइक या निजी चारपहिया वाहन से यहां आसानी से पहुंच सकते हैं. घाटी के आरंभ में ही सोन इको प्वाइंट है, जिसका आनंद आप ले सकते हैं.

मिलेगा खाने का हर सामान
बगल में ही कैंटीन की व्यवस्था है, जहां खाने-पीने की सामान्य चीजें उपलब्ध होती हैं. जलपान के बाद जब आप घाटी में घूमने जाएंगे, तो आपको कई झरने और स्वच्छ जल बहता हुआ दिखाई देगा. सैलानी यहां स्नान करके आनंदित होते हैं और कई लोग फैमिली या मित्रों के साथ पिकनिक भी मनाते हैं.

जंगल में सावधानी भी जरूरी
जंगल में आपको कई जंगली जीव-जंतु भी दिखाई देंगे, हालांकि अभी तक इनसे किसी को खतरे की बात सामने नहीं आई है, लेकिन सावधानी जरूर बरतें. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी बेहतर इंतजाम किए गए हैं. पुलिस का पहरा सैलानियों के रहने तक बना रहता है. लेकिन अंधेरा होने से पहले यहां से निकलना ही बेहतर होगा. अगर आप रुकना चाहते हैं, तो कुछ किलोमीटर की दूरी पर राबर्ट्सगंज में कई लग्जरी और कम कीमत वाले होटल और लॉज मिल जाएंगे. यूपी के मशहूर व्यंजन भी यहां आसानी से कम कीमतों में मिलते हैं. श्री अन्न यानी सावा के चावल से बनी खीर खाना न भूलें.

homelifestyle

स्विट्जरलैंड से कम नहीं है यूपी की ये घाटी… खूबसूरती में लग जाता है चार चांद

[ad_2]

Source link

Author

Write A Comment