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Garlic and Onions at High Heat dangerous: हमारे यहां शायद ही कोई ऐसा घर हो जिसमें प्याज या लहसुन का खाने में इस्तेमाल नहीं किया जाता हो. दोनों चीजें सब्जियों की जान है. एक तरफ प्याज जहां सब्जियों में ग्रेवी को बूस्ट करता है वहीं लहसुन तो अदभुत औषधीय गुणों से परिपूर्ण होता है. लहसुन का सेवन सर्दियों की कई बीमारियों को दूर कर देता है. कई लोग लहसुन को कच्चा चबा जाते हैं. जो लोग कच्चा चबा जाते हैं उनके लिए यह बेहद गुणकारी औषधि बन जाता है लेकिन अधिकांश घरों में प्याज और लहसुन को हद से भी ज्यादा गलत तरीके से पकाया जाता है. जब भी हम प्याज या लहसुन को सब्जी में देते हैं तो इसे पहले खूब तेज आंच पर फ्राई करते हैं. कहानी यहीं से बिगड़ जाती है. एक ताजा अध्ययन में कहा गया है कि प्याज या लहसुन जैसी खाने की चीजें जिनमें सल्फर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, अगर इसे बहुत तेज आंच पर पकाया जाए तो इसका भारी खामियाजा भुगतना पड़ सकता है क्योंकि इससे ट्रांस फैटी एसिड बन जाता है.
क्या कहा गया है अध्ययन में
जापान के मीजो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने यह अध्ययन किया है. टीओआई की खबर के मुताबिक अध्ययन में कहा गया है कि प्याज और लहसुन जैसे ज्यादा सल्फर वाले खाद्य पदार्थों को जब तेज आंच पर पकाया जाता है तो इसमें जो सल्फर कंटेट होता है वह ट्रांस आइसोमेराइजेशन अनसैचुरेटेड फैटी एसिड में बदल जाता है. ऐसा खासकर तब होता है जब इसे तेल में पकाया जाता है. अगर तेल का तापमान 140 डिग्री सेंटीग्रेड तक पहुंच जाता है तो प्याज-लहसुन के सल्फर से ये चीजें बनने लगती है. हालांकि रिसर्च में यह भी कहा गया है कि अगर तेल का तापमान सामान्य हो तो यह बहुत ही मामूली ट्रांसफैट बनाता है जिसका कोई खास नुकसान नहीं होता है.
क्या होता है ट्रांस फैट
अब जानिए कि आखिर ट्रांस फैट होता क्या है और यह किस तरह हमें नुकसान पहुंचाता है. ट्रांस फैट शरीर के लिए कोई काम का नहीं होता. यह हेल्दी फैट यानी अनसैचुरेटेड फैटी एसिड से ही परिवर्तित होकर बन जाता है. ट्रांस फैट लिवर और खून में तैरता रहता है और जब ज्यादा हो जाता है तो यह कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा देता है. इससे भी ज्यादा होता है तो यह चर्बी के रूप में वजन को बढ़ा देता है. कोलेस्ट्रॉल खून की नलियों को जाम करने लगता है जिसके कारण हार्ट पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और अचानक कभी हार्ट अटैक आ जाता है. जब यह खून में आ जाता है तो हार्ट के लिए बहुत मुश्किलें पैदा करता है क्योंकि यह खून के रास्ते को ब्लॉक कर सकता है जिससे हार्ट अटैक आ सकता है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक सिर्फ ट्रांस फैट के कारण हर साल दुनिया में 2लाख 70 हजार व्यक्तियों की मौत हो जाती है. इतना ही नहीं अगर शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है तो जिंदगी भर हार्ट की परेशानी होती रहती है. ज्यादा ट्रांस फैट के कारण कोशिकाओं में इंफ्लामेशन बढ़ता है जो कई क्रोनिक बीमारियों का कारण बनता है. यही कारण है कि कई देशों में ट्रांस फैट वाले तेल को बेचना गैर कानूनी है.
तो फिर क्या करें
वैसे तो किसी भी चीज को अगर तेल में बहुत तेज आंच पर पका रहे हैं तो वह तेल भी ट्रांस फैट में बदल जाता है. ऐसे में यदि आप लहसुन या प्याज को भून रहे हैं तो इसे कम आंच पर भूनिए. इससे कोई नुकसान नहीं होगा. कोशिश करिए कि तेल का टेंपरेचर 100 डिग्री से कम ही हो.
FIRST PUBLISHED : January 4, 2025, 21:29 IST
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