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Hyderabad Tourism: बदंगपेट टावर, ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के पास स्थित है और बदंगपेट का सबसे ऊंचा स्थल है. इसका इतिहास 300 साल पुराना है और यह बदंगी शासक के नाम पर रखा गया है.

Hyderabad Tourism
हाइलाइट्स
- बदंगपेट टावर हैदराबाद का सबसे ऊंचा स्थल है.
- टावर का इतिहास 300 साल पुराना है.
- बदंगपेट टावर से पूरा बदंगपेट दिखता है.
Hyderabad Tourism: देश भर में कई शानदार टावर हैं और सभी की अपनी खास पहचान है. ऐसा ही एक टावर है जिसका नाम बदंगपेट टावर है, जो ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के कार्यालय के पास स्थित है. यह टावर इस इलाके के सबसे ऊंचे स्थान पर स्थित है जिसे ‘बुर्ज’ कहा जाता है. यहां से पूरा बदंगपेट दिखता है और सुबह-शाम का दृश्य बेहद खूबसूरत होता है. कहा जाता है कि यह बदंगपेट का सबसे प्रसिद्ध स्थल है और इसका इतिहास लगभग 300 साल पुराना है.
बदंगपेट का इतिहास
बदंगपेट का नाम बदंगी नामक शासक के नाम पर रखा गया, जिसने दक्कन सल्तनत काल में यहां शासन किया था. पुराने गांव में बटन गुट्टा किले की दीवारें और काशी बुग्गा नामक प्राचीन शिव-विष्णु मंदिर जैसे सुंदर ऐतिहासिक स्मारक हैं. शुरुआत में इसे आवासीय केंद्र के रूप में विकसित किया गया था, लेकिन अब यहां की आबादी तेजी से बढ़ चुकी है. 300 साल का इतिहास, प्रसिद्ध स्थल और पुराने मंदिर इस क्षेत्र की महत्ता को और बढ़ाते हैं. 2013 में यहां का अपना नगर निगम भी बनाया गया था.
बहुत शांत जगह है बदंगपेट टावर
बुर्ज (हिल टॉप टॉवर) क्षेत्र एक आकर्षक पर्यटन स्थल है, यह बहुत ही शानदार और शांत जगह है. यहां सिर्फ़ एक ही टावर है जिसके अंदर से ऊपर जा सकते हैं. टावर के चारों ओर ग्रीन पार्क है जहां शाम के समय बैठकर ढलते सूरज का नज़ारा देख सकते हैं. इस टावर से बदंगपेट का दृश्य बहुत अच्छा दिखता है. टावर के चारों ओर लगभग 3000 वर्ग गज का घेरा है और इस पहाड़ी के हिस्से पर हरे पैटर्न के फुटपाथ बने हुए हैं, जिससे टावर के चारों ओर पैदल चलने का रास्ता बनाया गया है.
स्थल तक कैसे पहुंचे
यह टॉवर चारमीनार से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जहां आप बस और ऑटो से आसानी से पहुंच सकते हैं. अगर आप प्राइवेट वाहन का इस्तेमाल करते हैं तो बालपुर होते हुए आसानी से पहुंच सकते हैं.
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