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Chandra Grahan 2025 : होली का पर्व इस बार14 मार्च को है. इस बार होली पर चंद्र ग्रहण का प्रभाव रहेगा. हालांकि ये ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. चंद्र ग्रहण के दौरान अशुभ प्रभावों से बचने के लिए लोग तुलसी पत…और पढ़ें

होली
हाइलाइट्स
- होली पर चंद्र ग्रहण का साया रहेगा.
- सूतक काल में तुलसी के पत्ते तोड़ना अशुभ है.
- तुलसी के पत्ते खुले में या गंदगी में न रखें.
अयोध्या : सनातन धर्म में ग्रहण लगने की घटना को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. वहीं वैज्ञानिक दृष्टि में इसे खगोलीय घटना माना जाता है. इस बार होली पर चंद्र ग्रहण का साया भी रहेगा लेकिन भारत में यह चंद्र ग्रहण दिखाई नहीं देगा और सूतक काल भी मान्य नहीं होगा. धार्मिक मान्यता है कि चंद्र ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ अथवा मांगलिक कार्य भूल कर भी नहीं करना चाहिए. धार्मिक ग्रंथो में चंद्र ग्रहण के दौरान खाने पीने की चीजों में भी तुलसी के पत्ते डालने चाहिए. ऐसा करने से कहा जाता है कि चंद्र ग्रहण का अशुभ प्रभाव नहीं पड़ता. ऐसी स्थिति में चंद्र ग्रहण के समय तुलसी से जुड़ी कुछ नियम हम आपको बताने जा रहे हैं अगर आप उस नियम का पालन करते हैं तो नकारात्मक चीजें दूर रहेंगी.
दरअसल, अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम बताते हैं कि ज्योतिषीय गणना के अनुसार, इस बार होली पर चंद्र ग्रहण लगेगा. लेकिन यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. इसलिए इसका सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा. 14 मार्च को चंद्र ग्रहण की शुरुआत सुबह 09. 29 से होगी वहीं समापन दोपहर 03. 29 मिनट पर होगा. धार्मिक मान्यता के अनुसार चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले ही सूतक काल लग जाता है. इस दौरान कोई शुभ काम नहीं करना चाहिए और भोजन का सेवन करने से बचना चाहिए.
- चंद्र ग्रहण के बाद अगर आप कुछ खाते पीते हैं तो भोजन में तुलसी के पत्ते को भी डालना चाहिए. लेकिन सूतक काल से पहले ही तुलसी के पत्ते को तोड़ कर रख लेना चाहिए. सूतक के दौरान तुलसी के पत्ते को तोड़ना अशुभ माना जाता है. ऐसा करने से धन की देवी नाराज होती है.
- चंद्र ग्रहण के दौरान तुलसी के पत्ते को खुले में भूलकर भी ना रखें. अगर आप तुलसी के पत्ते को किसी खुली जगह पर रख देते हैं तो ऐसा करने पर अशुभ प्रभाव पड़ेगा.
- तुलसी के पत्ते को गलती से भी गंदगी वाले जगह पर नहीं रखना चाहिए.
Ayodhya,Faizabad,Uttar Pradesh
March 10, 2025, 16:11 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
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