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वडोदरा: गुजरात के वडोदरा शहर के वडीवाड़ी क्षेत्र में गुजरात स्टेट हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट कॉर्पोरेशन लिमिटेड ”गरवी गुजराती” द्वारा वाणिज्य भवन में हस्तशिल्प प्रदर्शनी और बिक्री का आयोजन किया गया है. यहां नागरिकों को गुजरात की भव्य और उत्कृष्ट हस्तकला और हैंडलूम की चीजें देखने और खरीदने का मौका मिलेगा. यह प्रदर्शनी 31 दिसंबर 2024 तक प्रतिदिन सुबह 11:00 बजे से रात 9:00 बजे तक खुली रहेगी.
₹1,25,000 की पटोला साड़ी बनी आकर्षण का केंद्र
बता दें कि इस प्रदर्शनी के आयोजक किशोरभाई चौहान ने बताया, “इस ‘गरवी गुजराती’ में करीब 32 कलाकार शामिल हैं. वडोदरा, राजकोट, जसदण, भुज, सुरेंद्रनगर, अहमदाबाद, आनंद और दाहोद जैसे क्षेत्रों के कलाकार यहां भाग ले रहे हैं. यहां हर क्षेत्र की अलग-अलग विशेषताएं देखने को मिलेंगी. जैसे सुरेंद्रनगर की सिल्क पटोला साड़ियां, भुज के ग्रामीण सामान, बांस के उत्पाद और गहने, मिट्टी के बर्तन, घर की सजावट की चीजें, एक्सेसरीज़ और अन्य गिफ्ट आइटम. यहां ₹50 से लेकर ₹1,25,000 तक की वस्तुएं उपलब्ध हैं.”
पटोला साड़ी की खासियत
इस प्रदर्शनी की विशेष आकर्षण ₹1,25,000 की पटोला साड़ी है. लोकल 18 से बात करते हुए सुरेंद्रनगर के कलाकार अनिलभाई वलेरा ने बताया, “यहां 100 प्रतिशत सिल्क पटोला देखने को मिलेंगे. हम खास तौर पर मशहूर मलाबारी सिल्क से बनी साड़ियां बेच रहे हैं. चूंकि ये पटोला साड़ियां पूरी तरह से हाथ से बनाई जाती हैं, इसलिए इनकी कीमत थोड़ी अधिक होती है. एक सिंगल इकत साड़ी (Single Ikat Saree) बनाने में लगभग दो महीने और डबल इकत पटना पटोला बनाने में करीब छह महीने लगते हैं. इस प्रक्रिया में बहुत मेहनत और बारीकी की आवश्यकता होती है, इसलिए इनकी कीमत अधिक होती है. सिंगल इकत साड़ी की कीमत ₹12,000 है.” दाहोद के कलाकार विनचियाभाई भाभोर ने कहा, “हम बांस के आइटम, गिलोली और बहन गहने बनाते हैं. एक सामान बनाने में लगभग 3 घंटे का समय लगता है. हम वलसाड के स्थानीय बांस का उपयोग करके विभिन्न कलात्मक वस्तुएं तैयार करते हैं.”
Tags: Local18, Special Project
FIRST PUBLISHED : December 26, 2024, 10:11 IST
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