[ad_1]
Last Updated:
Girl Never Ending Period For 3 Years: एक अमेरिकी महिला को पिछले 1000 दिनों से लगातार पीरियड्स आ रहे हैं. उनके दुखों का अंत नहीं है. उन्हें इतनी तरह की परेशानियां हैं कि आपका भी कलेजा पसीज जाएगा.

100 दिनों से लगातार पीरियड्स का दर्द.
हाइलाइट्स
- महिला पिछले 1000 दिनों से लगातार पीरियड्स का सामना कर रही है.
- तीन सालों से कई जांच के बाद डॉक्टर पता नहीं लगा सके कि कौन सी बीमारी है.
- अब डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि उसका अंडाशय दो भाग में बंट गया है.
Girl Never Ending Period Since 3 Years: किसी भी महिला में मासिक धर्म या पीरियड्स का आना इस बात का संकेत है कि वह महिला मां बनने योग्य है. हर बार महिला के शरीर के अंडाशय में अंडा बनता है. हर महीने अंडा शुक्राणु से फ्यूज होने का इंतजार करता है.अंडा बनने के साथ ही बच्चों की तैयारी के लिए गर्भाशय खून और कोशिकाओं का एक जाल बनाता है. जब यह स्पर्म के साथ फ्यूज नहीं होता तो ये सभी चीजें दीवार से अलग होकर शरीर से बाहर आ जाता है. हर महीने यह प्रक्रिया चलती है और इसमें बेपनाह दर्द होता है. कोई पुरुष इससे अंदाजा लगा सकता है कि इसमें किसी महिला को कितना दर्द सहना पड़ता है. लेकिन जरा सोचिए अगर कोई महिला पिछले 3 सालों से लगातार इस दर्द को झेल रहा हो तो उसपर क्या बितती होगी. यह सोचकर ही किसी का कलेजा पसीज सकता है. लेकिन यह बात सच है. अमेरिका की एक महिला को पिछले 1000 दिनों से लगातार पीरियड्स आ रहे हैं और इस कारण वे बेपनाह दर्द का सामना कर रही है.
तीन साल से सही इलाज के इंतजार में..
न्यूयॉर्क पोस्ट की खबर ने इस बारे में महिला की आपबीती बताई है. महिला ने टिक टॉक पर अपनी दर्द भरी दास्ता को बताया है. महिला ने कहा है कि पीरियड्स के दर्द के कारण उसके पूरे शरीर की मांसपेशियां हमेशा दर्द करती रहती है. हड्डियां बहुत कमजोर हो चुकी है. लगातार सिर में दर्द करते रहता है. जी मितलाता रहता है. वह बेहद कष्ट भरा जीवन जी रही है. पिछले तीन साल से वह इसके लिए इलाज भी करा रही है. डॉक्टर ने पहले कहा कि पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम PSOS है. लेकिन दवा से सुधार नहीं हुआ. उसके बाद कई टेस्ट करवाए गए. फिर कहा गया कि अंडाशय में सिस्ट है. उसका भी दवा हुई लेकिन सुधार नहीं हुई. कई दौर की जांच कराने के बाद अब पता चला है कि उसे बाइकॉर्नुएट की बीमारी है.
क्या होती है बाइकॉर्नुएट की बीमारी
बाइकॉर्नुएट यूट्रस का मतलब है महिला के शरीर में गर्भाशय दो हिस्से में बंट गया है. इसमें गर्भाशय हार्ट शेप का हो जाता है. लाला लाजपत राय मेमोरियल मेडिकल कॉलेज मेरठ में गाइनेकॉलोजिस्ट डॉ. अनुपमा रानी बताती हैं कि इसमें मोटे तौर पर मुलेरियन डक्ट में दिक्कत हो सकती है. इस तरह के केस में बहुत लंबे समय तक पीरियड्स आते हैं. इसके लिए हार्मोन में भी गड़बड़ी हो सकती है. ऐसे मरीजों में डिसमेनोरिया ज्यादा होता है. यानी इसमें पेट में बहुत दर्द और क्रैंप करते रहता है. बेपनाह दर्द होता है. इसका सीधा सा मतलब है कि पेनफुल पीरियड्स. इस केस में संबंध बनाने के दौरान भी दर्द होता है. इसका इलाज मुख्य रूप से हार्मोनल थेरेपी देकर किया जा सकता है. यह बीमारी जन्मजात होती है.
क्या ऐसा मरीज मां बन सकती है
डॉ. अनुपम रानी कहती हैं कि इस तरह के मरीज में प्रेग्नेंसी होना थोड़ा जटिल तो है लेकिन महिला प्रेग्नेंट हो सकती है क्योंकि अंडे के प्रोडक्शन में कोई रुकावट नहीं आती है. ऐसे में अगर डॉक्टरों की निगरानी में कोशिश की जाए तो प्रेग्नेंसी संभव है.
आगे का क्या रास्ता है
लड़की का इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि इसके लिए मेट्रोप्लास्टी सर्जरी की जा सकती है. लेकिन यह खास परिस्थिति में हो सकती है. हालांकि इस तरह के केस में पहले हार्मोन की दवा दी जाती है.
इसे भी पढ़ें-ऐसा सिर्फ विराट कोहली ही कर सकते हैं, इतनी भीषण गर्मी में आपका करना असंभव, करेंगे तो…
[ad_2]
Source link