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बलिया में गोंड समाज 115 दिनों से जनजाति प्रमाण पत्र की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठे हैं. वहीं पर आंदोलनकारी खुद खाना बनाकर रह रहे हैं. शासनादेश होने के बावजूद प्रमाण पत्र नहीं मिल रहे. ऐसे में…और पढ़ें

अजीबोगरीब धरना प्रदर्शन…
हाइलाइट्स
- बलिया में कलेक्ट्रेट परिसर में गोंड समाज का 115 दिनों से धरना प्रदर्शन चल रहा है
- वहीं पर आंदोलनकारी खुद खाना बनाकर रह रहे हैं.
- शासनादेश होने के बावजूद प्रमाण पत्र नहीं मिल रहे.
बलिया: बलिया के कलेक्ट्रेट परिसर में एक अनोखा और भावुक कर देने वाला धरना प्रदर्शन आज कल चर्चा का विषय बना हुआ है. यहां गोंड समुदाय के दर्जनों लोग बीते 115 दिनों से लगातार बैठकर अपना हक मांग रहे हैं. ये लोग किसी राजनीतिक फायदे या निजी स्वार्थ के लिए नहीं, बल्कि अपनी पहचान यानी जनजाति प्रमाण पत्र को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. दिन- रात धरना स्थल पर बैठकर यही लोग खुद खाना बना रहे हैं और वहीं सो रहे हैं. यहीं से प्रशासन को झकझोरने की कोशिश कर रहे हैं.
धरना देने वाले ‘ऑल गोंडवाना स्टूडेन्ट एसोसिएशन’ (अगासा) के नेतृत्व में क्रमिक अनशन कर रहे हैं. इस आंदोलन का सबसे चौंकाने वाला पहलू यह है कि राजपत्र और शासनादेश जारी हो चुका है, फिर भी अब तक गोंड समुदाय को जनजाति प्रमाण पत्र नहीं मिल सका है. इस लापरवाही पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविन्द गोंडवाना ने खुलकर नाराजगी जताई है.
राजपत्र के बाद नहीं मिल रहा प्रमाण पत्र
अरविन्द गोंडवाना का आरोप है कि शासन की गाइडलाइन स्पष्ट होने के बावजूद तहसील प्रशासन टालमटोल कर रहा है. उनका कहना है कि कुछ खास लोगों को ही प्रमाण पत्र दिए गए हैं, बाकी को दरकिनार किया जा रहा है. यह कहीं ना कहीं प्रशासन की नीयत पर सवाल खड़ा करता है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने तो न्याय किया, लेकिन बलिया का स्थानीय प्रशासन गोंड समाज को प्रताड़ित कर रहा है.
अनोखे प्रदर्शन ने खींचा सबका ध्यान
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी युवा मोर्चा के प्रदेश महासचिव सुरेश शाह और संजय गोंड ने बताया कि जब तक प्रमाण पत्र नहीं मिलेगा, आंदोलन नहीं रुकेगा. इस दौरान गोंड समाज के लोगों ने कई बार अर्धनग्न होकर, शरीर पर घास-फूस लपेट कर, पुतला जलाकर, और गोंडऊ नृत्य करके प्रशासन का ध्यान खींचने की कोशिश की है. इन अनोखे तरीकों की वजह से अब पूरे जिले में यह धरना चर्चा का विषय बन चुका है.
नए डीएम के आने से लोगों में जगी नई उम्मीद
अब बलिया के डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार का तबादला हो चुका है और जल्द ही नए डीएम मंगला प्रसाद सिंह जिले की कमान संभालने वाले हैं. धरना स्थल पर मौजूद लोगों को उम्मीद है कि नया डीएम शासनादेशों का पालन कराते हुए उन्हें उनका हक जरूर दिलाएंगे. लोगों का कहना है कि वे थक चुके हैं, लेकिन झुकेंगे नहीं. धरना स्थल पर मौजूद प्रमुख लोगों में जीउत गोंड, बच्चा लाल गोंड, मनोज शाह, पिंकू गोंड, एड. मुलायम गोंड, और रमाशंकर गोंड जैसे कई नाम शामिल हैं.
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