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Child Actress Turned IAS: 48 टेलीविजन सीरियलों में अभिनय कर दर्शकों के दिलों में जगह बनाने वाली बाल कलाकार ने बड़े होकर IAS अधिकारी बनने का फैसला किया. उन्होंने इसे कड़ी मेहनत से संभव भी किया. कौन हैं ये?

नई दिल्ली. आज के समय में कई एक्टर-एक्ट्रेस दूसरे क्षेत्रों में भी सफल हैं, लेकिन एक्टिंग के प्रति उनके जुनून ने उन्हें सिनेमा में चमकने का मौका दिया है. साई पल्लवी, श्रीलीला, मीनाक्षी चौधरी और कुछ अन्य इसके बेहतरीन उदाहरण हैं. आज हम जिस एक्ट्रेस की बात कर रहे हैं, वह बाल कलाकार के रूप में सिनेमा में आईं और मशहूर एक्ट्रेस बनीं, लेकिन अचानक सिनेमा छोड़कर आईएएस अधिकारी बनने का सफर तय किया. क्या आप जानते हैं वह कौन हैं?

कर्पूरदा गोम्बे, गंगा-यमुना, मुथिना अलीया, उपेंद्र ए, कनूर हेग्गडती, सर्कल इंस्पेक्टर, ओ मल्लिगे, लेडी कमिश्नर, हप्पा, डोर, सिम्हाद्री, जननी, सिगुरु और पुतानी एजेंट जैसे कन्नड़ टेलीविजन सीरियलों में बाल कलाकार के रूप में एक्टिंग कर कीर्तना प्रसिद्ध हुईं.

टेलीविजन सीरियलों के अलावा, कन्नड़ सिनेमा में भी बाल कलाकार के रूप में कीर्तना ने अपनी पहचान बनाई. तमिल में प्रसिद्ध सितारा, रमेश अरविंद की फिल्मों में भी बाल कलाकार के रूप में अभिनय किया. लगभग 32 फिल्मों और 48 टेलीविजन सीरियलों में अभिनय किया. इस वजह से कन्नड़ सिनेमा में बड़ी हस्ती बनने की उम्मीद थी, लेकिन 15 साल की उम्र में उन्होंने सिनेमा को अलविदा कह दिया.

बाल कलाकार के रूप में दर्शकों को लुभाने वाली कीर्तना का अचानक सिनेमा छोड़ना सबके लिए चौंकाने वाला था. कुछ सालों बाद कीर्तना की खबरें फिर से सामने आईं. सभी को उम्मीद थी कि वह हीरोइन बन गई होंगी, लेकिन खबरें कुछ और ही थीं. कीर्तना ने भारत की प्रतिष्ठित सिविल सर्विस परीक्षा पास कर आईएएस अधिकारी बनने का सपना पूरा किया.

कई फिल्मों में एक्टिंग कर बाल कलाकार के रूप में प्रशंसा पाने वाली कीर्तना का आईएएस अधिकारी बनने का सपना था. इसी कारण 15 साल की उम्र में उन्होंने सिनेमा छोड़ दिया. आईएएस परीक्षा में सफल होने के बाद उन्होंने बताया कि आईएएस अधिकारी बनने का सपना पूरा करने के लिए उन्होंने सिनेमा छोड़ा. आईएएस परीक्षा में सफल होने से पहले, उन्होंने कर्नाटक राज्य प्रशासनिक सेवा (KAS) परीक्षा पास की और दो साल तक KAS अधिकारी के रूप में काम किया. इसके बाद उन्होंने यूपीएससी परीक्षाओं पर ध्यान केंद्रित किया और लगातार परीक्षाएं दीं.

यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा में पांच बार असफल होने के बावजूद कीर्तना ने हार नहीं मानी. उन्होंने कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के साथ छठी बार परीक्षा दी. उनकी मेहनत रंग लाई और आखिरकार 2020 में यूपीएससी परीक्षा में 167वीं रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बनीं. इसके बाद उन्होंने कर्नाटक के मांड्या जिले में सहायक आयुक्त के रूप में अपनी पहली पोस्टिंग संभाली.
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