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साल 1982 में सिनेमाघरों में एक ऐसी फिल्म ने दस्तक दी थी, जिसकी टिकट तक मिलना मुश्किल हो गया था. फिल्म एक ऐसे मुद्दे पर बनाई गई थी कि उस पर 34 केस दर्ज हुए थे. फिल्म के गाने ने तो धमाल ही मचा दिया था उस गा…और पढ़ें

आज भी नहीं भूल पाए लोग फिल्म
नई दिल्ली. 1982 फिल्मों के लिहाज से काफी अच्छा साल साबित हुआ था.इस साल सिनेमाघरों में कई बड़ी फिल्मों ने दस्तक दी थी. ज्यादातर फिल्मों ने छप्परफाड़ कमाई ही की थी. लेकिन साल 1982 में ही तलाक के मुद्दे पर एक ऐसी फिल्म रिलीज हुई, जिसने बॉक्स ऑफिस को हिला दिया था. न सिर्फ फिल्म हिट हुई बल्कि इसके गाने भी धमाल कर गए थे. एक गाने के एक शब्द को तो लोग आज तक मतलब नहीं जान पाए है.
राज बब्बर ने अपने करियर में कई हिट फिल्मों में काम किया है. लेकिन साल 1982 में आई ‘निकाह’ ने उनके करियर को बड़ी उछाल दी थी. फिल्म में लीड हीरो दीपक पराशर और लीड हीरोइन सलमा आगा नजर आई थीं. ‘निकाह’ को लोग आज भी नहीं भूल पाए हैं. ट्रिपल तलाक पर आधारित इस फिल्म का निर्देशन बी आर चोपड़ा ने किया था. लेकिन तलाक जैसे मुद्दे की वजह से फिल्म की रिलीज को लेकर उस वक्त कई सवाल उठाए गए थे.
गाने के इस शब्द का अब तक नहीं जानते मतलब
इसी फिल्म का एक गाना या कहे कि गलज चुपके-चुपके रात दिन आसूं….. इस गजल में एक शब्द है ‘दफ्तन’आज फिल्म के इतने सालों बाद भी लोग इस शब्द का मतलब नहीं जानते. इसका मतलब है, अचानक. फिल्म में इस गाने को जिस सिचुएशन पर फिल्माया गया है. उसमें एक आशिकी अपनी प्रेमिका से मिल रहा है, लेकिन जब दो आशिक मिलते हैं, तो उनके बीच के पर्दे को खींच लिया जाता है, तब कैसे दुप्ट्टे में चेहरे को छिपाया जाता था. वो किस्सा याद किया जा रहा है.गाने के बोल हैं और दुप्ट्टे से तेरा वो मुंह छिपाना याद है.इसे आज भी लोग काफी पसंद करते हैं.
फिल्म ने मचा दिया था बवाल
‘निकाह’ से लीड एक्ट्रेस की चमकी थी किस्मत
सलमा आगा अपनी गायकी के लिए ज्यादा जानी जाती थीं. लेकिन फिल्म ‘निकाह’ में काम करने के बाद तो उनका करियर पूरी तरह बदल गया था. साल 1982 की सुपरहिट फिल्मों में से एक निकाह जैसे सलमा का करियर चमकाने के लिए ही बनी थी. ये फिल्म सलमा की डेब्यू फिल्म थी. करियर की पहली ही फिल्म की सफलता ने उन्हें रातों-रात स्टार बना दिया था. उस दौर में ‘निकाह’ को लेकर खूब विवाद हुआ था.
फिल्म पर दर्ज हुए थे 34 केस
बीआर चोपड़ा जब ये फिल्म लेकर आए तो उनके खिलाफ 34 केस दर्ज हुए थे.तलाक के मुद्दे पर बनी इस फिल्म को रुकवाने के लिए कोर्ट भी गए. लेकिन ‘निकाह’ रिलीज हुई तो फिल्म के खिलाफ कुछ मुस्लिम संगठनों ने थियेटर्स के बाहर पोस्टर लगाकर, लोगों से फिल्म न देखने की गुजारिश की थी. लेकिन इस विवाद का फिल्म को फायदा मिला. लोगों ने लाइन लगाकर फिल्म के टिकट खरीदे. उस दौर में इस फिल्म के लिए सिनेमाघरों को हाउसफुल कर दिया था. लेकिन उस दौर के रुढ़िवादी मुसलमानों को ना तो टाइटल पसंद आया और ना ही फिल्म की कहानी.
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