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How much alcohol is safe per day: थाईलैंड में एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर थनाकर्न कांथी ने 20 मिनट के अंदर 2 बोतल शराब पी ली, इसके बाद उनकी मौत हो गई. दरअसल, उसने एक चैलेंज स्वीकार किया कि वे दो बोतल शराब 20 मिनट में पी सकते हैं. बैंकॉक पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार थाईलैंड के थनाकर्न कांथी एक दिन एक जन्मदिन पार्टी के दौरान रेजेंसी व्हिस्की की 350ml की दो बोतलें पीने के लिए 10,000 थाई बात यानी 25,076 रुपये प्रति बोतल देने का प्रस्ताव मिला था. इस चैलेंज को उसने स्वीकार कर लिया और 20 मिनट में दो बोतल शराब पी ली. ज्यादा शराब पीने के बाद वह बेहोश हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. उनकी मौत का कारण शराब विषाक्तता बताया गया. ऐसे में यह सवाल उठता है कि एक घंटे के दौरान या एक दिन में कोई व्यक्ति कितनी शराब पिए कि यह जहर न बनें.
शरीर एक घंटे में कितनी शराब को झेल सकता
इंडियन एक्सप्रेस की खबर में न्यूट्रिशनिस्ट और योग ट्रेनर तन्या खन्ना ने कहा कि शरीर इतनी तेज़ी से शराब को पचाने के लिए बना ही नहीं है. आम तौर पर लिवर एक घंटे में सिर्फ एक स्टैंडर्ड ड्रिंक ही मेटाबोलाइज़ कर सकता है. एक स्टैंडर्ड ड्रिंक में लगभग 14 ग्राम शुद्ध अल्कोहल होती है जो लगभग 44 ml व्हिस्की, 148 ml वाइन या 355 ml बीयर के बराबर होती है. अगर कोई बहुत तेज़ी से शराब पीता है तो शरीर इसे संभाल नहीं पाता और कई गंभीर शारीरिक गड़बड़ियां शुरू हो जाती हैं.तान्या ने बताया कि शरीर का नियंत्रण केंद्र यानी मस्तिष्क शराब के असर से सबसे ज़्यादा प्रभावित होता है. ज्यादा मात्रा में शराब लेने से निर्णय लेने की क्षमता, समन्वय और शरीर की गतिविधियों पर नियंत्रण खत्म होने लगता है, जिससे शराब विषाक्तता यानी अल्कोहल जहर बनने लगती है. इससे सांस लेना, दिल की धड़कन और शरीर का तापमान नियंत्रित करना जैसे ज़रूरी कार्य भी रुक सकते हैं जो कोमा या मौत तक ले जा सकते हैं.
कब बन जाता है जानलेवा
होलिस्टिक न्यूट्रिशन और गट हेल्थ कोच ईशा लाल ने बताया कि दो बोतल व्हिस्की में लगभग 750 ml अल्कोहल होती है. इतनी शराब पीने का मतलब है कि आपने 30 से अधिक स्टैंडर्ड ड्रिंक ले लीं. यह बेहद घातक हो सकता है. 0.4% के आसपास की रक्त शराब सांद्रता (BAC) जानलेवा मानी जाती है. इतनी शराब पीना आपको कुछ ही मिनटों में इस जानलेवा स्तर से ऊपर पहुंचा सकता है. उन्होंने कहा कि शुरुआत में व्यक्ति उत्साही या हल्का नशे में महसूस करता है. लेकिन जैसे-जैसे शराब का स्तर बढ़ता है संतुलन बिगड़ने, बोलने में लड़खड़ाहट और निर्णय लेने की क्षमता खत्म होने लगती है. अगर शराब का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाए तो शरीर की आपातकालीन प्रणाली सक्रिय हो जाती है. इससे उल्टी आने लगती है और शरीर होश खो देता है. ये शरीर के शराब विषाक्तता से बचाने वाले आखिरी उपाय होते हैं.
जहर बनने पर लक्षण
उन्होंने यह भी कहा कि अचानक अधिक मात्रा में शराब पीने से अनियमित धड़कनें, एट्रियल फाइब्रिलेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जिससे स्ट्रोक या हार्ट अटैक का खतरा होता है. शराब से सांस की प्रक्रिया भी धीमी हो जाती है और अत्यधिक पीने से उल्टी होने पर सांस नली में उल्टी चले जाने का खतरा होता है. इससे निमोनिया या दम घुटने जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसके अलावा, गैस्ट्रिक परेशानी जैसे कि गैस्ट्राइटिस, अल्सर, और पैंक्रियाटाइटिस भी हो सकते हैं.
सुरक्षित तरीके से शराब कैसे पिएं
शराब पीने के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं. सबसे पहली बात यह है कि जब शराब पिएं तो धीरे-धीरे पिएं. एक घंटे में एक से ज़्यादा ड्रिंक न लें. खाली पेट शराब न पिएं, खाना शराब के अवशोषण को धीमा करता है. शराब पीने की अपनी सीमा जानें लें. हर इंसान का शरीर अलग-अलग होता है. अधिकतर लोगों के लिए दिन में दो ड्रिंक तक ही सुरक्षित माना जाता है. शराब पीने के दौरान पर्याप्त पानी पिएं. हमेशा हाइड्रेटेड रहें. शराब के साथ-साथ पानी भी पिएं ताकि शरीर में पानी की कमी न हो.शराब पीने के साथ-साथ खूब सलाद खाएं. पहले अगर सलाद ज्यादा खा लेंगे तो इसका असर ज्यादा होगा. हालांकि डब्ल्यूएचओ ने एक बूंद भी शराब को सही नहीं माना है लेकिन पश्चिमी देशों में एक दिन में पुरुषों के लिए दो ड्रिंक से ज्यादा खतरनाक माना गया जबकि महिलाओं को 1 ड्रिंक से ज्यादा एक दिन में नहीं पीने की सलाह दी गई है.
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