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नई दिल्ली. भारतीय टीम की बल्लेबाजी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एक बार फिर से चर्चा का विषय बनी हुई है. मेलबर्न टेस्ट के आखिरी दिन 2 घंटे में 7 विकेट गिरे और भारत मैच हार गया. टीम इंडिया बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में संघर्ष कर रहा है और पांच मैचों की सीरीज में 1-2 से पिछड़ चुका है. गौतम गंभीर की कोचिंग वाली टीम ने जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में पर्थ में जीत के साथ सीरीज की शुरुआत की थी लेकिन उसके बाद से चीजें उनके पक्ष में नहीं रही हैं. भारत ने एडिलेड और मेलबर्न टेस्ट गंवाया जबकि बारिश के कारण गाबा में तीसरा टेस्ट ड्रॉ रहा था.
ऑस्ट्रेलिया ने चौथे टेस्ट मैच के आखिरी सेशन में शानदार वापसी करते हुए 2-1 की बढ़त बना ली. भारत की बल्लेबाजी एक बार फिर मैच बचाने में नाकाम रही. पांचवें दिन आखिरी सेशन में 112 रन पर 3 विकेट पर भारत ने खेलना शुरू किया था और 155 रन पर दिन का खेल खत्म होने से पहले ही ऑलआउट हो गई. भारतीय बल्लेबाजी को पिछले कुछ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जिसने बिखरने से बचाया था उसे कोच गौतम गंभीर ने चयनकर्ताओं से टीम में जगह देने की मांग की थी लेकिन अजीत अगरकर की टीम ने नकार दिया.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार मुख्य कोच गौतम गंभीर पुजारा को टेस्ट टीम में चाहते थे, लेकिन अजित अगरकर की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने उनको शामिल करने से मना कर दिया. 103 टेस्ट मैचों के अनुभवी खिलाड़ी पुजारा ने 2018/19 और 2020/21 में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीत में भारत के लिए शानदार प्रदर्शन किया था. उन्होंने 2018/19 की बीजीटी में 521 रन बनाए थे और अगले दौरे पर 271 रन बनाए थे. पूर्व उप-कप्तान ने 2022 की शुरुआत में और फिर 2023 में टेस्ट टीम में अपनी जगह खो दी. चयनकर्ताओं ने पुजारा को वापस बुलाने का फैसला नहीं किया और वह इस सीरीज में कमेंट्री कर रहे हैं.
FIRST PUBLISHED : January 1, 2025, 11:58 IST
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