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हिंदी सिनेमा का ये सच है कि फिल्म सिर्फ हीरो के दम पर कभी हिट नहीं हो सकी. यानी खलनायक के बिना हीरो की भूमिका उभरकर सामने नहीं आई. ‘बैडमैन’ के नाम से पहचान बनाने वाले गुलशन ग्रोवर हो या ‘शाकाल’ के रूप में अभी भी याद किए जाने वाले कुलभूषण खरविंदा. इन सभी को लोग आज भी इनकी खलनायकी के लिए जानते हैं. लेकिन साल 2014 में एक ऐसा एक्टर खलनायक बना, जो अक्सर सपोर्टिंग किरदार में नजर आता था.
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diginzindia