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Delhi 4 kg Gold Heist Case: दिल्ली में एक चोर के ऊपर जुए की लत और सेकंड हैंड फोन दोनों भारी पड़ गया. इस चोर ने दुकान से लगभग 4 kg चोरी किए, फिर जो हुआ हैरान कर देने वाला था. चलिए आपको बताते हैं पूरा मामला क्या …और पढ़ें

दिल्ली के करोल बाग में एक मशहूर ज्वैलरी शोरूम में 36 साल का मनोज दोसांद 12 साल से काम कर रहा था. वह एक मेहनती कर्मचारी था जिस पर सभी को भरोसा था. लेकिन अचानक 26 जून 2025 को उसने शोरूम में आना बंद कर दिया. उसकी पत्नी ने तीन दिन बाद 29 जून को गुलाबी नगर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. लेकिन यह गुमशुदगी कोई साधारण मामला नहीं था. जल्द ही एक चौंकाने वाला सच सामने आया जिसने सबको हैरान कर दिया.
पुलिस को मनोज पर शक हुआ. उन्होंने शोरूम में ऑडिट करवाया और नतीजा देखकर सभी के होश उड़ गए. शोरूम से करीब 4 किलो सोना गायब था! मनोज की चोरी की सारी पोल खुल चुकी थी. पुलिस ने 3 जुलाई को केस दर्ज किया और मनोज की तलाश शुरू कर दी. दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु तक, पुलिस ने बड़े पैमाने पर छानबीन शुरू की.
सेकेंड-हैंड मोबाइल फोन से खुला राज
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और सबूतों की कड़ियां जोड़नी शुरू कीं. तभी एक अहम सुराग मिला. आगरा कैंट पर मनोज को अपनी बाइक पार्क करते देखा गया. जांच में पता चला कि उसने वहां एक सेकेंड-हैंड मोबाइल फोन खरीदा था. यह पुलिस के लिए पहली बड़ी कामयाबी थी. इसके बाद बंगलुरु रेलवे स्टेशन की फुटेज में मनोज फिर दिखा जहां उसने एक और सेकेंड-हैंड मोबाइल खरीदा. ये दोनों फोन ही पुलिस के लिए मनोज तक पहुंचने का रास्ता बने.
मनोज को पकड़ने के लिए पुलिस ने 17 दिन तक सर्च ऑपरेशन चलाया. आखिरकार 20 जुलाई को तमिलनाडु के ऊटी से उसे धर दबोचा गया. पूछताछ में मनोज ने अपना गुनाह कबूल कर लिया. उसके पास से 100 ग्राम सोना 2.3 लाख रुपये नकद और वही दोनों सेकेंड-हैंड मोबाइल फोन बरामद हुए. लेकिन असली कहानी तो अब शुरू हुई.
4 किलो सोना चुरा कर फरार हुआ चोर
जब पुलिस ने मनोज से सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारा सच उगल दिया. मनोज जुए की लत में बुरी तरह फंस चुका था. वह ऑनलाइन बेटिंग ऐप्स पर जमकर पैसा लगाता था. लॉकडाउन के दौरान उसकी यह लत और बढ़ गई. पैसे की जरूरत पूरी करने के लिए उसने शोरूम से सोना चुराना शुरू किया. उसने बताया कि उसने धीरे-धीरे करीब 4 किलो सोना चुराया. वह खास तौर पर एंटीक ज्वैलरी चुराता था क्योंकि उसका ऑडिट बहुत कम होता था. यही नहीं गिरफ्तारी से कुछ दिन पहले उसने ऑनलाइन जुए में 20 लाख रुपये भी जीते थे.
मनोज को डर था कि उसकी चोरी पकड़ी जाएगी. इसलिए गायब होने से पहले उसने अपने लॉकर से 5 लाख रुपये और 35 ग्राम सोना निकाला. उसने एक सट्टेबाज से 25 लाख रुपये उधार लिए और करोल बाग से ही 27 लाख रुपये में 280 ग्राम सोना खरीदा. उसने 3 लाख रुपये नकद और 100 ग्राम सोना अपने पास रखा बाकी सोना छिपाकर भाग गया. पकड़े जाने से बचने के लिए वह बार-बार अपनी लोकेशन और होटल बदलता रहा. वह सोचता था कि वह पुलिस को चकमा दे देगा लेकिन दिल्ली पुलिस की पैनी नजर से वह बच नहीं सका.
आरोपियों की तलाश जारी
पुलिस ने मनोज को तो पकड़ लिया, लेकिन यह कहानी यहीं खत्म नहीं हुई. अब पुलिस उस रैकेट तक पहुंचने की कोशिश में है जो करोल बाग में चोरी का सोना पिघलाने का काम करता है.
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