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UK Court on Gold Toilet Theft: 5 चोरों ने प्रदर्शनी के बीच 5 मिनट में चुरा लिया था 55 करोड़ का गोल्डन टॉयलेट. जानिए शातिरों ने कैसे दिया अंजाम.

55 करोड़ का टॉयलेट (image credit-AI)
हाइलाइट्स
- पैलेस से 55 करोड़ का गोल्ड टॉयलेट चोरी
- 5 मिनट में दिया घटना को अंजाम
- अब 5 साल बाद आया नया मोड़
Gold Toilet Theft: इंग्लैंड के हरे-भरे ऑक्सफोर्डशायर में स्थित एक आलीशान ऐतिहासिक धरोहर ब्लेनहेम पैलेस. 14 सितंबर 2019 की एक सुबह, लगभग चार बजे का वक्त था, जब सब कुछ शांत था, लेकिन इस सन्नाटे को चीरती एक आवाज ने सब कुछ बदल दिया, अचानक से कांच टूटने की आवाज आई. महल में काम करने वाली एलेनोर पेस उस समय गहरी नींद में थी. आवाज सुनकर उसकी आंख खुली, लेकिन उसने पहले इसे नजरअंदाज किया. उसे लगा हो सकता है कोई बर्तन गिरा हो. लेकिन तभी महल के सिक्योरिटी अलार्म एक साथ चीखने लगे. अब डर ने नींद की जगह ले ली थी. वह दौड़ी, और जब उस कमरे में पहुंची जहां बेशकीमती कलाकृतियां रखी थीं, वहां उसने जो देखा वो उसके लिए किसी भयानक मंजर से कम नहीं था.
महल में रखा 18 कैरेट का सोने का टॉयलेट गायब था. यह कोई आम टॉयलेट नहीं था, बल्कि एक कलाकृति थी, जिसकी कीमत थी लगभग 4.8 मिलियन पाउंड, यानी 55 करोड़ रुपये. जिसे प्रसिद्ध कलाकार मौरिजियो कैटेलन ने बनाया था. इसे ब्लेनहेम पैलेस में प्रदर्शनी के लिए रखा गया था. पैलेस के सिक्योरिटी ने तुरंत पुलिस को जानकारी दी, लेकिन तब कर पांच चोर सोने का टॉयलेट लेकर फरार हो चुके थे.
न कोई सुरक्षाकर्मी, नहीं CCTV कैमरे
पुलिस ने केस दर्ज किया और जांच शुरू की, लेकिन चोरों का कोई सुराग नहीं मिला. जांच में पता चला कि पांच चोर रात के अंधेरे का फायदा उठाकर महल में घुसे. उन्होंने महल के गेट को तोड़ा, सुरक्षा की अनदेखी का फायदा उठाया, और टॉयलेट को चुराकर एक गाड़ी में डालकर भाग निकले. चौंकाने वाली बात यह थी कि चोरों को चोरी करने में केवल 5 मिनट लगे थे. यानी 5 चोरों ने 5 मिनट में 55 करोड़ उड़ा दिए. हैरान करने वाली बात थी कि उस कमरे में CCTV कैमरे नहीं लगे थे, ना ही कोई रात में गश्त करने वाला सुरक्षाकर्मी मौजूद था. टॉयलेट को ऐसे ही बिना सुरक्षा के छोड़ दिया गया था. यह मामला 5 साल तक अनसुलझा रहा.
पांच साल बाद कहानी में नया मोड़
लेकिन पांच साल की लंबी छानबीन के बाद, आखिरकार पुलिस ने चार आरोपियों को पकड़ लिया. उनमें से तीन को दोषी करार देते हुए सजा सुनाई गई, जबकि एक आरोपी को बरी कर दिया गया. लेकिन कहानी में एक और मोड़ आया एक आरोपी फ्रेडरिक डो को अदालत ने जेल जाने से बचने का मौका दे दिया. कोर्ट ने पाया कि वह मुख्य चोर नहीं था, बल्कि उसने चोरी के बाद चुराया गया सोना बेचने में चोरों की मदद की थी. इसलिए उसे 21 महीने की निलंबित सजा सुनाई गई. पुलिस की पड़ताल में पता चला कि चोरों ने टॉयलेट को पिघलाकर बेच दिया था, और इसका कोई भी हिस्सा बरामद नहीं हो पाया. कोर्ट ने फ्रेडरिक डो को चोरी में शामिल मुख्य आरोपी नहीं माना, लेकिन उसे बिचौलिए की भूमिका निभाने का दोषी पाया गया.
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