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1986 में चेतन शर्मा ने इंग्लैंड में 16 विकेट लिए थे, जो उस समय उनके करियर का एक महत्वपूर्ण क्षण था. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों में 18.75 की औसत से विकेट लिए थे, जो उनके लिए एक बड़ा उपलब्धि थी. चे…और पढ़ें

5 फुट 8 इंच के तेज गेंदबाज ने बजा दिया था इंग्लैंड का बैंड, 39 साल पहले जीत

1986 के इंग्लैंड दौरे पर चेतन शर्मा ने 2 टेस्ट में झटके थे 16 विकेट

हाइलाइट्स

  • चेतन शर्मा ने 1986 में इंग्लैंड में 16 विकेट लिए.
  • लॉर्ड्स में चेतन शर्मा ने 5 विकेट लेकर चमत्कार किया.
  • बर्मिघंम में चेतन ने एक मैच में 10 विकेट लिए.

नई दिल्ली. 1986 वो साल था जब छोटे कद के खिलाड़ियों ने बड़े बड़े कारनामें खेल के मैदान पर किए थे. अर्जेंटीना के कप्तान डियागो मराडोना ने इसी साल कमाल का प्रदर्शन करते हुए वर्ल्ड कप अपने देश के नाम किया था उसी साल इंग्लैंड में भारत के एक छोटे से कद के तेज गेंदबाज ने तहलका मचा दिया था. भारत इसी साल इंग्लैंड में दूसरी बार सीरीज जीता और उस गेंदबाज ने बना दिया वो रिकॉर्ड जो आज तक कायम है.

1971 के बाद से 15 साल तक इंग्लैंड में दूसरी सीरीज जीत का इंतजार करना पड़ा. 1986 में कपिल देव टीम के कप्तान थे और वो अपने साथ चंडीगढ का एक ऐसा गेंदबाज ले गए थे जिसकी रफ्तार और अंदर आती गेंदों ने ऐसा कहर बरपाया कि इंग्लैंड चारों खाने चित्त हो गई. इस गेंदबाज ने सीरीज 2 मैच खेले और  में 16 विकेट लिए. 5 फुट 8 इंच के कद वाले इस गेंदबाज का नाम था चेतन शर्मा

लॉर्ड्स में चेतन ने किया चमत्कार 

भारत के कप्तान कपिल देव  ने मैच में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था.  दिगग्जों से सजी इंग्लिश टीम सिर्फ 294 रन पर सिमट गई.  भारत की ओर से चेतन शर्मा ने पांच विकेट चटकाए थे.  ग्राहम गूच और माइक गेटिंग की गिल्लियां बिखेरने वाले चेतन शर्मा ने डेविड ग्रोवर और एलन लैम्ब को कैच आउट करवाया तो विकेटकीपर पॉल डाउनटॉन को LBW आउट किया. तब 20 साल के रहे पंजाब के इस पेसर के झटके से इंग्लिश टीम अंत तक नहीं उबर पाई. भारत ने शानदार अंदाज में मैच अपने नाम किया. इस मैच में चेतन ने लॉर्ड्स की पिच पर बनते स्लोप का पूरा फायदा उठाया और उनकी इनस्विंग गेंदें मारक हो गई कि कई बल्लेबाजों का बैट भी नीचे नहीं आ पाया.

बर्मिघंम में बवाल गेंदबाजी 

दूसरे टेस्ट से पहले लीड्स में चेतन तोटिल हो गए और उनकी जगह मदन लाल खेले और उनकी शानदार गेंदबाजीकी वजह से  हेडिंग्ले में हुए दूसरे टेस्ट को भी जीतकर भारत ने तीन मैच की श्रृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली थी. सीरीज का तीसरा और अंतिम टेस्ट ड्रॉ रहा था.  पहले मैच के हीरो रहे चेतन शर्मा भले ही दूसरा टेस्ट नहीं खेल पाए, लेकिन एजबेस्टन के तीसरे टेस्ट में उन्होंने एक और कमाल किया. इंग्लैंड में एक मैच में 10 विकेट लेने वाले वह पहले भारतीय गेंदबाज बने थे. पूरी सीरीज में चेतन शर्मा ने 16 विकेट चटकाए.  दूसरे पेसर यानी रोजर बिन्नी और कपिल देव के लिए भी ये दौरा यादगार रहा था.  चेतन शर्मा ने 23 टेस्ट मैचों में 61 विकेट लिए. चेतन शर्मा चीफ सेलेक्टर भी रहे और मौजूदा समय में वो कॉमेंट्री करते नजर आते है.

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39 साल पहले 5 फुट 8 इंच के तेज गेंदबाज ने बजा दिया था इंग्लैंड का बैंड

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