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सहारनपुर: इंसान की जिंदगी में हर एक चीज बहुत अहमियत रखती है. उसी तरीके से नींद के समय आने वाले स्वप्न भी आपकी जिंदगी को बदलने का काम करते हैं. क्या आपको पता है स्वप्न यानी सपने कितने प्रकार के होते हैं. अगर नहीं, तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं. सहारनपुर के आयुर्वेद डॉक्टर हर्ष ने अपने रिसर्च में निकाला है कि स्वप्न 7 प्रकार के होते हैं और प्रत्येक सपने का अपना एक अलग महत्व होता है.
किन सपनों का होता है महत्व
सात प्रकार के स्वप्न में दरुस्ट, श्रुत, अनुभूत, प्रार्थित, कल्पित, भाविक, दोषित होते हैं. सात प्रकार के स्वप्न में से चार प्रकार के स्वप्न दरुस्ट, श्रुत, अनुभूत, प्रार्थित जिंदगी में किसी प्रकार का कोई महत्व नहीं होता, जबकि भाविक और दोषित स्वप्न आपकी जिंदगी को एक आईना दिखाने का काम करता है और उनके सच होने की संभावना भी अधिक होती है. साथ ही किस समय का स्वप्न सच होता है और किस समय का स्वप्न सच होने की संभावना सबसे कम होती है यह भी जान लेना बहुत जरूरी है, जबकि कुछ स्वप्न ऐसे होते हैं जो केवल कल्पनाओं से भरे होते हैं और उनका धरातल पर अस्तित्व कुछ नहीं होता ना ही सच्चाई से उनका कोई लेना देना होता है.
कितने तरह के होते हैं सपने
आयास आयुर्वेदिक चिकित्सालय से बी.ए.एम.एस, एम.डी डॉक्टर हर्ष ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि स्वप्न सात प्रकार के होते हैं. पहला सपना वो जो हम दिन में देखते हैं, अगर वह हमको सपने में दिखाई दे उसको दरुस्ट कहते है. दूसरा सपना वो जो हम दिनभर में सुनते हैं और वो हमें सपने में दिखाई व सुनाई दे तो उसको श्रुत कहा जाता है. तीसरा सपना वो होता है जो दिनभर में हम एक्सपीरियंस करते हैं वह चीज हमारे सपनों में आती है उसको अनुभूत कहते हैं.
चौथा सपना वो होता है जिनकी हम अभिलाषा रखते हैं. वह चीजें हमें सपने में मिल जाती हैं, उसको प्रार्थित स्वप्न कहा जाता है. पांचवा सपना वो होते हैं जो कल्पनाओं से भरे हुए होते हैं जिनका धरातल पर कोई अस्तित्व और सच्चाई से कोई लेना देना नहीं होता उनको कल्पित स्वप्न कहते है.
छठा सपना वो होता है जो शुभ और अशुभ फल को देने वाले होते हैं उनको भाविक स्वप्न कहा जाता है और इनका हमारे जीवन में आने वाली घटनाओं से काफी गहरा संबंध होता है. सातवां सपना दोषित स्वप्न होता है, जो आपकी सेहत से संबंधित होता है.
कौनसे सपने होते हैं सच
इन 7 स्वप्न दरुस्ट, श्रुत, अनुभूत, प्रार्थित का जिंदगी में कोई महत्व नहीं है इस तरह के सपने सच नहीं होते, जबकि भाविक और दोषित स्वप्न के सच होने के चांस बहुत ज्यादा अधिक होते हैं. साथ ही सोने के बाद शुरू के तीन घंटे में दिखाई देने वाले स्वप्न के सच होने के चांस बहुत कम होते है, जबकि रात्रि के अंतिम प्रहर (लास्ट के तीन घंटे) उसमें जो भी कोई स्वप्न दिखाई देता है उसके सच होने की संभावना बहुत ज्यादा अधिक होती है.
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