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फर्रुखाबाद- उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जनपद में पुलिस ने एक ऐसे साइबर गैंग का पर्दाफाश किया है, जो लोगों को पैसे दोगुना करने का लालच देकर लाखों की ठगी कर रहा था. यह गैंग अत्यंत शातिर तरीके से ऑनलाइन माध्यमों का उपयोग करता था, जिसमें लैपटॉप, मोबाइल, राउटर, सैकड़ों सिम और बैंकिंग किट तक शामिल थी.
गैंग के पास आठ लैपटॉप एकसाथ जुड़े रहते थे, जिससे उनका पकड़ में आना मुश्किल था. लेकिन पुलिस की लगातार निगरानी और रणनीतिक जांच के बाद साइबर सेल और एसओजी की संयुक्त टीम ने इन पर शिकंजा कस दिया. गिरफ्तारी गोवा से की गई, और अभियुक्त गुजरात के रहने वाले हैं.
शिकायत से शुरू हुआ बड़ा खुलासा
चाचूपुर निवासी सुमित कुमार ने साइबर थाना फतेहगढ़ में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनसे टेलीग्राम के माध्यम से निवेश करवाकर ₹9,52,334 की ठगी की गई. मामला दर्ज होते ही पुलिस ने साइबर ठगों की कुंडली खंगालनी शुरू कर दी.
जांच के दौरान कॉल डिटेल, बैंक खाता विवरण और लोकेशन ट्रैकिंग से तीन साइबर अपराधियों की पहचान हुई.
तीनों गुजरात के बनासकांठा जिले के रहने वाले हैं और इनकी गिरफ्तारी गोवा के मरोड़ गांव से की गई.
अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संजय सिंह के अनुसार, ये ठग टेलीग्राम जैसे ऐप्स के जरिए टास्क और ऑनलाइन गेम के नाम पर लोगों को पैसा लगाने का लालच देते थे. शुरुआत में कुछ लाभ देकर भरोसा बनाते और फिर बड़ी रकम हड़प लेते. इतना ही नहीं, लोगों से फर्जी खाते खुलवाकर उनके ATM, पासबुक, सिम आदि मंगवाते और उनका इस्तेमाल ठगी में करते.
पुलिस ने किया भारी बरामद
पकड़े गए अभियुक्तों के पास से बरामद हुआ सामग्री इस प्रकार है.
- 42 मोबाइल फोन
- 83 ATM कार्ड
- 27 सिम कार्ड
- 8 लैपटॉप
- 3 क्यूआर कोड
- 4 इंटरनेट राउटर
- 1 डिजीसोल लैन कनेक्टर
- 37 बैंक चेक बुक
- 38 पासबुक
- 58 बैंकिंग किट
- 2 खाता रजिस्टर
- ₹24,450 नकद
पुलिस की कार्रवाई से जनता में राहत
इस बड़े गिरोह की गिरफ्तारी से लोगों को राहत मिली है. साइबर ठगी के ऐसे मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही थी, और इस मामले की सफलता ने पुलिस के प्रयासों पर मुहर लगा दी है. अब पुलिस गैंग से जुड़े अन्य लोगों और नेटवर्क की भी जांच कर रही है.
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