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नई दिल्ली. भारत ने चौथे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया के 6 विकेट महज 91 रन पर झटक लिए थे. यह वो वक्त था जब भारत की जीत की उम्मीद जग चुकी थी. 105 रन से पिछड़ने वाली टीम इंडिया के फैन उम्मीद से भर चुके थे. ऐसा लग रहा था कि भारत, ऑस्ट्रेलिया को 150 रन के भीतर समेट देगा और फिर तकरीबन 250 रन का लक्ष्य मिलेगा. लेकिन भारत की इस उम्मीद पर कंगारुओं की पूंछ (टेल) भारी पड़ गई लगती है. ऑस्ट्रेलिया के आठवें और 10वें नंबर के बैटर्स ने 41-41 रन की पारियां खेलकर अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया है. अब अगर भारत को मैच जीतना है तो उसे रिकॉर्ड रनचेज करना होगा.
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथा टेस्ट मैच मेलबर्न में खेला जा रहा है. ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करते हुए 474 रन बनाए. इसके जवाब में भारत ने 269 रन बनाए. इस तरह ऑस्ट्रेलिया को 105 रन की बढ़त मिली. पहली पारी में बड़ी बढ़त लेने वाले ऑस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में भारत ने जल्दी-जल्दी झटके देकर बैकफुट पर धकेल दिया. उसके टॉप-7 बैटर्स में सिर्फ मार्नस लैबुशेन ही 25 से ज्यादा रन बना सके. उन्होंने 70 रन बनाए.
ऑस्ट्रेलिया का टॉप-ऑर्डर फेले होने के बाद उम्मीद थी कि भारत मेजबान टीम को सस्ते में समेट देगा. लेकिन पहले पैट कमिंस और फिर नाथन लायन ने बेहतरीन बैटिंग कर अपनी टीम की वापसी करा दी. कप्तान पैट कमिंस और नाथन लायन दोनों ने ही 41-41 रन बनाए. कमिंस ने लैबुशेन के साथ मिलकर अपनी टीम को 91 रन से 148 रन तक पहुंचाया. भारत ने इसके बाद लैबुशेन, कमिंस और मिचेल स्टार्क को 173 रन बनने तक पैवेलियन भेज दिया.
173 रन पर नौवां विकेट गंवाने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम को नाथन लायन और स्कॉट बोलैंड ने 228 रन तक पहुंचाया. इन दोनों ने 55 रन की नाबाद साझेदारी कर ली है. इस साझेदारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने भारत पर कुल 333 रन की बढ़त ले ली है. अब भारत को जीतने के लिए कम से कम 334 रन बनाने होंगे. अगर ऑस्ट्रेलिया ने पांचवें दिन फिर बैटिंग की तो भारत का लक्ष्य और बड़ा हो सकता है.
FIRST PUBLISHED : December 29, 2024, 14:55 IST
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