[ad_1]
Last Updated:
आयुर्वेदिक पद्धति में पपीते के पेड़ को काफी उपयोगी माना गया है. इसके फल और पत्तियां मनुष्य के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. इसलिए आप इसके फल को अपने दैनिक जीवन में उपयोग कर सकते हैं, वहीं इसकी पत्तियों का काढ़ा या जूस बनाकर पीने से भी कई बीमारियां दूर रह सकती हैं. आइए जानते है इसके फायदे…

प्रकृति द्वारा प्रदान किए गए पेड़-पौधों में औषधीय गुणों का खजाना छुपा होता है. जिनका उपयोग दैनिक जीवन में करने लगे तो कई तरह की बीमारियों से दूर रहा जा सकता है. कुछ इसी तरह का उल्लेख आयुर्वेद में पपीते के फल और पत्तों का भी मिलता है.

आयुर्वेदक एक्सपर्ट डॉक्टर धीरेंद्र कुमार बताते हैं कि पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में पपीते के पेड़ का महत्वपूर्ण योगदान रहता है. इसके फल और पत्तों का प्रतिदिन उपयोग करने से पाचन से संबंधित कब्ज और गैस जैसी समस्याओं को दूर करने में यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

उन्होंने बताया कि पपीता विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में काफी महत्वपूर्ण है. इसलिए आप पपीते के फल का उपयोग कर सकते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में त्वचा में विभिन्न प्रकार के फंगस उत्पन्न हो जाते हैं. ऐसे में पपीता खाने से त्वचा संबंधित समस्याओं का भी समाधान होता है, जिसमें एक्जिमा और दाद को दूर करने के महत्वपूर्ण औषधीय गुण पाए जाते हैं.

वहीं दूसरी ओर, वर्तमान समय में लोग मोटापे से काफी परेशान रहते हैं. ऐसे में पपीता वजन कम करने में भी काफी मददगार साबित होता है, क्योंकि इसमें फाइबर और पानी की मात्रा अधिक पाई जाती है, जो वजन कंट्रोल करने में काफी महत्वपूर्ण है.

उन्होंने बताया कि त्वचा और बालों को लेकर भी महिलाएं काफी चिंतित रहती हैं. ऐसे में पपीते का प्रयोग त्वचा और बालों के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि इसमें पाए जाने वाले विभिन्न आवश्यक गुण बालों की जड़ों को मजबूत बनाते हैं और उनमें शाइनिंग का कार्य भी करते हैं. ऐसे में आप इसका उपयोग कर सकते हैं.

उन्होंने बताया कि पपीते के पत्तों का जूस निकाल कर पीने से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ हासिल कर सकते हैं. साथ ही पपीते के पत्तों का पेस्ट बनाकर आप त्वचा पर लगाएंगे तो उसे फंगस सहित अन्य प्रकार की समस्याओं का समाधान होगा. इसी के साथ ही पपीते के पत्तों का काढां डनाकर पीने से भी आपका स्वास्थ्य बेहतर रहेगा.

उन्होंने बताया कि पपीते के पत्ते का महत्वपूर्ण प्रयोग खासकर डेंगू बुखार में भी किया जा सकता है. इसके पत्तों में कुछ ऐसे औषधीय गुण पाए जाते हैं जो की प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने में भी मदद करते हैं. इसलिए आप बुखार के समय भी पपीते के पत्तों का जूस बनाकर उपयोग कर सकते हैं इससे आपको काफी फायदा मिलेगा.

बताते चलें चले कि स्वास्थ्य एक्सपर्ट के अनुसार आयुर्वेदिक पद्धति की जब हम बात करते हैं, तो व्यक्ति की उम्र वजन के हिसाब से ही उसका उपयोग किया जाता है. ऐसे में अगर आप पपीते के पत्तों का उपयोग करना चाहते हैं. तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य कर ले. क्योंकि इसका प्रयोग कितनी मात्रा में करना चाहिए. वह आपको एक्सपर्ट आपकी उम्र और वजन के हिसाब से ही बता सकता है. कई बार अधिक मात्रा में पपीते के पत्ते का उपयोग करने से आपको पेट दर्द सहित अन्य प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
[ad_2]
Source link