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Maha Kumbh 2025: कुंभ मेला शुरू होने में 1 माह शेष, प्रयागराज के 3 सबसे प्रसिद्ध घाट, जानें के लिए चुनें ये आसान रास्ता

Maha Kumbh 2025: 45 दिन तक चलने वाला महाकुंभ मेला शुरू होने में लगभग 1 माह बचा है. ऐसे में मेला प्रसाशन की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. संगम नगरी प्रयागराज में लगने वाले इस मेले में देश-विदेश से लोग स्नान करने के लिए पहुंचते हैं. इस अद्वितीय धार्मिक उत्सव के दौरान प्रयागराज के प्रमुख घाटों की यात्रा करना एक यादगार अनुभव हो सकता है. प्रयागराज अपने पवित्र संगम और सुंदर घाटों के लिए प्रसिद्ध है. मेले के दौरान भीड़-भाड़ के चलते घाट तक पहुंचना काफी मुश्किल हो जाता है. ऐसे में आप चाहें तो प्रयागराज के 3 प्रमुख घाट तक पहुंचने के लिए हमारे बताए रास्ते अपना सकते हैं. इससे आपका समय बचेगा और यात्रा भी यादगार हो जाएगी. आइए जानते हैं इन घाटों और वहां तक पहुंचने के विकल्प के बारे में-

कब है महाकुंभ मेला 2025

महाकुंभ की शुरुआत पौष पूर्णिमा स्नान के साथ होती है, जोकि 13 जनवरी 2025 को है. वहीं, महाशिवरात्रि के दिन 26 फरवरी 2024 को अंतिम स्नान के साथ कुंभ पर्व का समापन होगा. इस तरह से महाकुंभ 45 दिन तक चलता है, जिसकी भव्यता देखते ही बनती है.

प्रयागराज के प्रमुख घाट और वहां कैसे पहुंचें

संगम घाट: प्रयागराज का सबसे प्रमुख घाट संगम घाट है. यहां गंगा, यमुना और सरस्वती तीन नदियां बहने से इसको त्रिवेणी घाट के नाम से भी जानते हैं. मान्यता है कि संगम घाट पर डुबकी लगाने से तीनों नदियों का आशीर्वाद मिलता है. महाकुंभ मेले के दौरान यहां भारी भीड़ उमड़ती है. यहां पहुंचने की बात करें तो प्रयागराज रेलवे स्टेशन से संगम घाट की दूरी लगभग 7 से 8 किलोमीटर है. यहां पहुंचने के लिए आप टैक्सी या शेयरिंग ऑटो ले सकते हैं. संगम घाट पर नाव की सवारी का भी आनंद लिया जा सकता है.

राम घाट: प्रयागराज के संगम घाट के पास स्थित राम घाट भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है. इस घाट पर बोटिंग की सबसे शानदार सुविधा है. इस घाट पर पहुंचने की बात करें तो राम घाट से संगम घाट की दूरी मात्र 3 मिनट की है. वहीं, प्रयागराज जंक्शन से 6-7 किलोमीटर है. यहां जानें के लिए टैक्सी और शेयरिंग ऑटो उपलब्ध हैं. शाम के समय यहां होने वाली आरती का दृश्य अत्यंत मनमोहक होता है.

अरैल घाट: यमुना नदी के किनारे स्थित अरैल घाट प्राकृतिक सुंदरता और शांति के लिए प्रसिद्ध है. हालांकि, महाकुंभ के दौरान यहां भीड़ के कारण शांति का अनुभव करना थोड़ा कठिन हो सकता है. बता दें कि, अरैल घाट से संगम घाट सड़क मार्ग द्वारा लगभग 30 मिनट की दूरी पर है. महाकुंभ के दौरान गाड़ियों का आवागमन सीमित हो सकता है, इसलिए पैदल चलकर यहां पहुंचना बेहतर विकल्प हो सकता है.

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Tags: Maha Kumbh Mela, Prayagraj Sangam, Tour and Travels

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