Latest Posts:
Search for:

[ad_1]

Agency:News18 Uttar Pradesh

Last Updated:

राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय नगर बलिया के योगाचार्य डॉ. सर्वेश कुमार ने कहा कि पेट की तमाम समस्याओं के निवारण के लिए कुछ ऐसे योगासन हैं जो बेहद लाभकारी और गुणकारी है.

X

पेट के रोगों के लिए रामबाण है ये योगासन, गैस, एसिडिटी जैसी समस्याओं से मिलेगी मुक्ति

योग सिखाते योगाचार्य…

बलिया: बदलते खान-पान और जीवनचर्या के चलते कम उम्र में ही पेट से जुड़ी तमाम समस्याएं जटिल बन जाती है. फिलहाल,  इनदिनों गैस की बीमारी बिल्कुल आम बन गई है. हर कोई इस समस्या से जूझ रहा है. पेट से जुड़े तमाम रोगों से बचाव को लेकर आदमी हर संभव प्रयास करता है, लेकिन कहीं न कहीं यह समस्या बनी रहती है. आज हम कुछ ऐसे योग के बारे में बात करेंगे जो पेट से जुड़ी तमाम समस्याओं को जड़ से खत्म करने में कामयाब सिद्ध हो सकता है.

राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय नगर बलिया के योगाचार्य डॉ. सर्वेश कुमार ने कहा कि पेट की तमाम समस्याओं के निवारण के लिए कुछ ऐसे योगासन हैं जो बेहद लाभकारी और गुणकारी है. इन योगासन से गैस, मोटापा, मतली, उल्टी, भूख में कमी, पेट में सूजन, थकान, अंगों में सुन्नता, वज़न घटाना, रक्तस्त्राव होना, निगलने में कठिनाई और कब्जियत जैसी तमाम समस्याओं से निजात पाया जा सकता है.

कैसे करें योग, क्या है सही तरीका

1. उदरकर्षण आसन: इसको करने के लिए दोनों पैरों को मोड़कर बैठ जाएं. दोनों हाथों को पैरों के घुटने पर रखें. इस तरह एक हाथ से एक पैर को नीचे ले जाएं और दूसरे पैर को पेट से सटाने का प्रयास करें और विपरीत दिशा में देखने की चेष्टा करें. शौच जाने से पहले गुनगुना पानी पीकर इसे 4 से 5 बार करें. शौच के समय दांतों को बंद कर हाथ से ठुड्ढी पर दबाव दें.

2• वज्रासन: भोजन करने के बाद दोनों पैर को मोड़कर पैर के पिंडलियों पर हाथ रखकर एकदम सीधे बैठे रहें. तीन से चार मिनट तक ऐसे ही बैठें.

3• मंडूकासन: मंडूक का शाब्दिक अर्थ “मेंढक” से है. इसको करने के लिए दोनों हाथों की मुट्ठियों को बंद कर नाभि से सटाकर फेफड़ों की सांस बाहर निकाल कर आगे की तरफ झुकते हैं और फिर धीरे-धीरे सांस अंदर लेटे हुए उठ जाते हैं. इसे 5 से 6 बार करें.

4• रामबाण पवनमुक्तासन: इस आसन को पेट के लिए रामबाण कहा गया है. इसे करने के लिए पीठ के बल एकदम चित लेट जाना चाहिए. दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में सटकर ऊपर की तरफ खिंचाव दें. आप सोते हुए ही दोनों हाथों से एक पैर को खींचते हुए नाक छूने की कोशिश करें. इसी तरह दूसरे पैर से भी ऐसा करें. अब दोनों पैरों को एक साथ हाथों से पड़कर ऊपर-नीचे और दाएं-बाएं चार-चार बार करें.

homelifestyle

पेट के रोगों के लिए रामबाण है ये योगासन, गैस, एसिडिटी से मिलेगी मुक्ति

[ad_2]

Source link

Author

Write A Comment