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Agency:News18 Uttar Pradesh
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Tomato Farmer Basti : एक एकड़ में सब्जियों की खेती से छह महीने में 3.5 लाख रुपये तक की बचत हो सकती है. जबकि गन्ना, गेहूं और धान की पारंपारिक खेती से एक साल में अधिकतम 20 से 25 हजार तक ही बचत हो पाती है.
Local 18 basti
हाइलाइट्स
- सब्जियों की खेती पारंपरिक खेती से ज्यादा लाभकारी है.
- विक्रम ने फार्मेसी की डिग्री के बाद खेती को चुना.
- आज वे एक प्रगतिशील किसान के रूप में सबके सामने हैं.
बस्ती. यूपी के इस किसान ने मेहनत और बुद्धि के साथ खेती को एक नई दिशा दी और ये साबित कर दिखाया कि अगर सही तकनीक से खेती की जाए तो इसमें नौकरी से ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है. विक्रम चौधरी बस्ती जनपद के प्रगतिशील किसानों में शुमार होते हैं. विक्रम ने बस्ती के ही बैलाड़ी गांव के रहने वाले अपने गुरु अरविंद सिंह से प्रेरणा लेकर छोटे पैमाने पर खेती शुरू की. पिछले दो साल से वे टमाटर उगा रहे हैं, जिसमें उन्हें अच्छा मुनाफा मिला है.
एक एकड़ में टमाटर
लोकल 18 से बातचीत में विक्रम चौधरी बताते हैं कि एक बीघा टमाटर की खेती पर 50 हजार की लागत आती है जबकि उपज करीब डेढ़ लाख तक की बिकती है. अगर मंडी में बढ़िया कीमत मिली तो मुनाफा अधिक भी हो जाता है. इस बार उन्होंने एक एकड़ में टमाटर लगाया है, जिसमें 1.3 लाख रुपये की लागत आई है. अभी हरवेस्टिंग पर 20 हजार रुपये खर्च होंगे. अब तक उन्होंने 70% टमाटर तोड़कर बेच दिए हैं, जिससे उन्हें 4 लाख की इनकम हुई है. विक्रम रोज 5 क्विंटल टमाटर तोड़ते हैं, जो 15 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बस्ती मंडी में 7,500 रुपये का बिकता है. पहले इसी टमाटर की कीमत 22 रुपये प्रति किलो थी.
विक्रम चौधरी दूसरी फसलों की भी खेती करते हैं. वे गन्ना, गेहूं, धान, गाजर, खीरा, तरबूज और लौकी जैसी सब्जियां भी उगाते हैं. उनके पास खीरा, तरबूज, टमाटर और लौकी नर्सरी में तैयार हैं, जिन्हें वे 5 फरवरी तक खेतों में लगा देंगे. विक्रम बताते हैं कि पारंपरिक खेती की तुलना में सब्जियों की खेती ज्यादा लाभकारी है. अगर एक एकड़ में सब्जियों की खेती की जाए तो छह महीने में 3.5 लाख रुपये तक की बचत हो सकती है. जबकि गन्ना, गेहूं और धान में एक साल में अधिकतम 20 से 25 हजार तक की ही बचत होती है.
विक्रम ने फार्मेसी में डिग्री हासिल की है, लेकिन बाहर जाकर नौकरी करने से बेहतर उन्होेंने अपने परिवार के साथ घर पर ही खेती करने का फैसला किया. आज वे एक प्रगतिशील किसान के रूप में सबके सामने हैं.
Basti,Uttar Pradesh
January 28, 2025, 21:08 IST
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