[ad_1]
पाकिस्तान का नाम सुनते ही हमेशा से जहन में दुश्मन मुल्क का ख्याल आता रहा है लेकिन अब भारतीय उनके ड्रामों को देखकर पाकिस्तानियों के फैन बनने लगे हैं. भले ही पाकिस्तान के बारे में लोगों की अच्छी सोच ना हो लेकिन जब उनके ड्रामों की बात शुरू होती है, तो मुंह से तारीफ ही निकलती है. पिछले कुछ सालों में उनके ड्रामों ने भारतीयों का दिल जीतना शुरू कर दिया है और इसकी शुरुआत ‘Zee जिंदगी’ नाम के चैनल से हुई थी लेकिन अब यूट्यूब दोनों देशों के बीच की दूरी को कम कर रहा है.
शर्जीना में बसती है हर भारतीय-पाकिस्तानी नारी
पाकिस्तान के एआरवाई डिजिटल चैनल पर पिछले दिनों ‘कभी मैं, कभी तुम’ नाम का ड्रामा ऑनएयर हुआ था लेकिन यूट्यूब के जरिए इस नाटक के कैरेटर मुस्तफा और शर्जीना इंडिया में भी सुपरस्टार बन गए. शर्जीना की पॉपुलैरिटी और तब बढ़ गई जब इस किरदार को निभाने वाली पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर को लंदन में पंजाबी सिंगर दलजीत दोसांझ ने स्टेज पर बुलाया और उनकी तारीफ की. हानिया आमिर का नाम इन दिनों सिंगर बादशाह से भी जोड़ा जा रहा है. लेकिन इससे हटकर शर्जीना को हर किसी का प्यार मिला क्योंकि उनके कैरेक्टर में आज की लड़की की छाप मिलती है. उनका किरदार पाकिस्तान के साथ-साथ भारत की महिलाओं की जिंदगी से भी मिलता-जुलता था.
दिखावे से दूरी आती पसंद
पाकिस्तानी नाटक भारत के सीरियलों से बहुत अलग होते हैं. मीडिया एक्सपर्ट करण तौरानी कहते हैं कि पड़ोसी देश के ड्रामों में दिखावा नहीं होता. उनकी सादगी भरी कहानी से हर कोई खुद को जोड़ लेता है. वहां भव्य सेट नहीं बनाए जाते. एक्टर बिना मेकअप के भी एक्टिंग करते हैं. अगर कोई गरीब घराने से जुड़ा कैरेक्टर है तो वह स्क्रीन पर गरीब ही दिखता है. कपड़े, जूते, बाल हर चीज पर खास ध्यान दिया जाता है. ‘परिजाद’, ‘खानी’, ‘बख्तावर’, ‘रांझा-रांझा’, ‘खुदा और मोहब्बत’ जैसे ड्रामों की कहानी बिल्कुल हमारे आसपास जैसी है इसलिए लोग इनसे कनेक्ट हो पाए.
ओटीटी और यूट्यूब से भारतीय पाकिस्तानी ड्रामा देखने लगे हैं (Image-Canva)
फ्रेश कंटेंट और कम एपिसोड बोर नहीं होने देते
भारत में हर सीरियल कई साल तक टेलीकास्ट होता है और इनके 1000 से ज्यादा एपिसोड होना आम है. यहां एक सीरियल सोमवार से शुक्रवार आता है. लेकिन पाकिस्तान के नाटक बहुत अलग हैं. वहां एक ड्रामा 20 से 30 एपिसोड में ही खत्म हो जाता है और हफ्ते में 1 या 2 दिन ही टेलीकास्ट होता है. वहां लिखे गए ड्रामों की कहानी फ्रेश होती है. हर कहानी में सबक होता है. वहां महिलाओं के किरदार को सशक्त दिखाया जाता है और गलत को गलत कहा जाता है. उनकी कहानियों में साजिश कम ही दिखती है. इसके अलावा पाकिस्तानों ड्रामों को फैमिली के साथ बैठकर देखा जा सकता है लेकिन हमारे सीरियल और फिल्में ऐसे नहीं बनते.
1980 से पाकिस्तानी ड्रामा बन रहे पसंदीदा!
पाकिस्तान में बनने वाले नाटक भारत में 1980 में ही पॉपुलर होने लगे थे. तब लोग चोरी-छुपे वीसीआर पर इनके कैसेट लगाकर देखा करते थे. उन दिनों Ptv पर आने वाले ड्रामें दीवारें, वारिस का बहुत क्रेज हुआ करता था. लेकिन 2014 में जब ZEE जिंदगी चैनल शुरू हुआ तो यंग जनरेशन पाकिस्तानी ड्रामों से रूबरू हुई. ‘हमसफर’ और ‘जिंदगी गुलजार है’ जैसे नाटक हर घर में पॉपुलर होने लगे थे. शाहरुख खान, सलमान खान और आमिर खान को पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान टक्कर देने लगे थे. उनकी आज भी भारत में अच्छी-खासी फैन फॉलोइंग है. उरी हमले के बाद ZEE जिंदगी को सभी पाकिस्तानी नाटक चैनल से हटाने पड़े. इसके बाद यूट्यूब और ओटीटी पर इनके दर्शक बढ़ने लगे.
भारतीय टेलीविजन पर एक जैसी कहानियां लंबे समय से दिखाई जा रही हैं, जिससे लोग बोर हो चुके हैं (Image-Canva)
सोशल मीडिया पर बनने लगी हैं रील्स
यूट्यूब के साथ-साथ फेसबुक और इंस्टाग्राम ने भी भारत-पाकिस्तान के बीच दूरियों को कम किया है. पाकिस्तानी सिंगर के गाने जैसे ‘कहानी सुनो-मुझे प्यार हुआ था’ ‘पसूडी’ सोशल मीडिया के जरिए ही इंडिया के लोगों तक पहुंचे. यहां के लोगों ने इस पर खूब रील्स बनाईं. वहीं कई कंटेंट क्रिएटर ने पाकिस्तानी ड्रामों को लेकर कंटेंट बनाया. कुछ ने कहा कि उन पर उर्दू का जादू चलने लगा. वहीं, इस प्लैटफॉर्म से पाकिस्तानी एक्टर और एक्ट्रेसेज इंडियन फैंस से बात करने लगे हैं और यहां के लोग भी खुश है कि वह अपनी पसंद के पाकिस्तानी आर्टिस्ट की जिंदगी के बारे में करीब से जान रहे हैं.
पाकिस्तानी सूट की होती है खोज
पाकिस्तानी नाटक भारतीयों को उर्दू के शब्दों और उनके बात करने के अंदाज से तो प्रभावित कर रहे हैं लेकिन उनके सूट भी खूब पसंद किए जा रहे हैं. लड़कियों ने अपने सूट उनके जैसे सिलवाने शुरू कर दिए हैं. वहीं कई ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट्स भी पाकिस्तानी सूट भारत में बेचने लगी हैं. पाकिस्तानी सूटों की खासियत होती है उनकी एंब्रॉयडरी और लेस वर्क . वह बहुत खुल्ले भी होते हैं.
Tags: Entertainment, Entertainment news., India pakistan, Indian youths, Pakistan connection, Social media, TV Actor, Tv actresses
FIRST PUBLISHED : November 16, 2024, 16:02 IST
[ad_2]
Source link