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Agency:News18 Uttar Pradesh
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Karele ki kheti ke fayde : कितनी भी बारिश हो, ये करेला जाल के सहारे लटका रहेगा. सामान्य करेले की तुलना में इसकी लंबाई भी अधिक होती है. इसकी फसल 60 दिनों में बिकने के लिए तैयार हो जाती है.
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करेले के खेत में प्रगतिशील किसान वीरेंद्र
रायबरेली. स्वाद में कड़वा लेकिन औषधीय गुणों से भरपूर करेला जितना हमारी सेहत के लिए फायदेमंद है, उतना ही ये किसानों की जिंदगी में मिठास घोल रहा है. किसान भाई इसकी खेती कर मालामाल हो रहे हैं. लता वर्गीय सब्जियों की श्रेणी में आने वाले करेला की खेती करके किसान कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. रायबरेली के कस्बा शिवगढ़ के रहने वाले युवा किसान वीरेंद्र कुमार करेले की खेती करके अच्छी कमाई कर रहे हैं. वीरेंद्र अपनी 1 बीघा पुश्तैनी जमीन पर करेले की खेती करते हैं.
लोकल 18 से बात करते हुए किसान वीरेंद्र बताते हैं कि पहले वो धान और गेहूं ही उगाते थे, जिसमें उन्हें अच्छा मुनाफा नहीं मिल रहा था. उन्होंने सब्जियों की खेती के बारे में सोचा और कस्बा स्थित उद्यान विभाग से संपर्क किया. उन्हें वहां करेले की खेती का सुझाव मिला. उद्यान विभाग से करेले की खेती के बारे में तकनीकी जानकारी हासिल करके उन्होंने खेती शुरू कर दी. आज उन्हें करेला उगाते हुए 5 साल हो चुके हैं.
खास विधि से खेती
वीरेंद्र करेले की खेती खास विधि से करते हैं, जिससे उनकी फसल में रोग और कीट लगने का खतरा कम रहता है. वो इसे नेट विधि से उगाते हैं. इस विधि में वो खेतों में क्यारी बनाकर उन्हीं पर बास के टुकड़े गाड़ देते हैं. इसके बाद नेट यानी जाल बांधकर उन्हीं क्यारियों में पौधों की रोपाई कर दी जाती है. जब बेल बढ़ने लगती है तो सूत की रस्सी के सहारे बेल को इस जाल पर चढ़ा दिया जाता है. इस विधि का एक फायदा ये भी है कि कितनी भी बारिश हो, करेला जाल के सहारे लटका रहेगा. सामान्य करेले की तुलना में इसकी लंबाई भी अधिक होगी.
यहां करते हैं बिक्री
खेतों में तैयार फसल को वीरेंद्र रायबरेली और बाराबंकी की बाजारों में बिक्री के लिए भेजते हैं. एक बीघे में 20 से 25 हजार रुपये की लागत आती है और कमाई डेढ़ से दो लाख रुपये आसानी से हो जाती है. वीरेंद्र पूसा हाइब्रिड-2 नाम का करेला उगाते की खेती करते हैं. जो 55 से 60 दिन में तैयार हो जाता है.
Rae Bareli,Uttar Pradesh
February 16, 2025, 16:17 IST
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