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बड़ी लाल बिंदी, मांगभर सिंदूर..आवाज ही नहीं, खास पारंपरिक लुक के लिए भी फेमस हैं बिहार की स्वर कोकिला शारदा सिन्‍हा

Sharda Sinha traditional attire: बिहार की प्रसिद्ध लोकगायिका शारदा सिन्हा तबीयत खराब होने की वजह से इन दिनों एम्‍स में एडमिट हैं. अपनी सुमधुर आवाज और पारंपरिक संगीत के लिए फेमस शारदा सिन्‍हा को छठ पूजा (chhath puja 2024) के मौके पर लोग खास याद कर रहे हैं और जल्‍दी ठीक होने की कामना कर रहे हैं. वे अपनी यूनीक आवाज के लिए तो जानी ही जाती हैं, सादगी और पारंपरिक लुक के लिए भी काफी पसंद की जाती हैं. छठ के मधुर गीतों के अलावा, होली और विवाह गीतों तक शारदा सिन्हा का योगदान बिहार की संस्कृति और लोकगीतों को संजोने में अमूल्य रहा है.

माथे पर बड़ी सी लाल बिंदी, पीछे बंधे बाल और सादगी भरे पारंपरिक परिधान, उनके लुक को खास बनाते हैं. शारदा सिन्हा का ये लुक, न सिर्फ एक कलाकार के रूप में अब पहचान बन चुका है, बल्कि बिहार की परंपराओं और संस्कृति की झलक भी उनके इस स्‍टाइल में दिखती है. उनकी आवाज बिहार के ग्रामीण इलाकों की सादगी और विविधता को भी दिखाती है. शारदा सिन्हा का यह लुक उनके चाहने वालों के दिलों में एक अमिट छाप छोड़ता है और उनकी आवाज के साथ उनकी पहचान का एक अभिन्न हिस्सा बन चुका है.

बता दें कि शारदा सिन्‍हा बिहार की प्रसिद्ध लोकगायिका हैं, जिन्‍होंने भोजपुरी, मैथिली और मगही जैसी भाषाओं में कई गाने गाए हैं. बिहार के लोकसंगीत को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में उनका काफी योगदान है. उनकी आवाज श्रोताओं के दिल को छू लेती है और उनके योगदान के लिए भारत सरकार उन्‍हें पद्म भूषण और पद्म श्री जैसे सम्मानों से नवाज चुकी है.

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उनकी गायिकी में पूर्वांचली लोकसंस्कृति की झलक मिलती है, जो संगीत प्रेमियों को बेहद पसंद आती है. पारंपरिक संगीतों के अलावा, शारदा सिन्हा ने बॉलीवुड में भी अपनी मधुर आवाज से श्रोताओं का दिल जीता है. उन्‍होंने फिल्म हम आपके हैं कौन का गीत “का हे तोसे लागन” गाया था, जिसके बाद उनकी आवाज को पूरे देश में पहचान मिली. इसके अलावा, फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर 2 में उनका गाया हुआ गीत “तार बिजली से पतले हमारे पिया”  काफी चर्चित रहा.

Tags: Bihar Chhath Puja, Chhath Mahaparv, Chhath Puja, Dharma Aastha

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