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नई दिल्ली. भारत में पूंजी बाजार का यह सुनहरा युग शुरू हो चुका है. एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (AMCs), ब्रोकर्स, वेल्थ मैनेजर्स, और अन्य वित्तीय संस्थाओं के लिए यह समय नए निवेश और प्रगति का है. ऐसा कहना है भारत की एक बड़ी ब्रोकरेज फर्म का. इसकी रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि डिजिटल तकनीकों जैसे ई-केवाईसी, यूपीआई, और अकाउंट एग्रीगेशन ने निवेशकों के लिए प्रक्रिया को पारदर्शी और सुरक्षित बनाया है. आने वाले वर्षों में AMC, ब्रोकर्स और वेल्थ मैनेज करने वाली कंपनियों को अच्छा मुनाफा होगा.
मोतिलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की रिपोर्ट बताती है कि भारत का डेमोग्राफिक डिविडेंड अगले दशक में तेजी पकड़ेगा. लगभग 10 करोड़ लोग वर्कफोर्स में जुड़ेंगे और 10 करोड़ परिवार मिडल इनकम क्लास में प्रवेश करेंगे. हाई नेटवर्थ वाले व्यक्तियों (HNIs) और अल्ट्रा-हाई नेटवर्थ वाले व्यक्तियों (UHNIs) की संख्या 12% की वार्षिक वृद्धि दर से बढ़ने की संभावना है. कैपिटल मार्केट के पूरे इकोसिस्टम जैसे AMCs, ब्रोकर्स, एक्सचेंज, और वेल्थ मैनेजर्स में 3 वर्ष (वित्त वर्ष 24 से 27) के दौरान 17-45 फीसदी की वार्षिक वृद्धि दर देखी जाएगी. इसके अलावा, इनके फिक्स्ड कॉस्ट नेचर के कारण लाभ वृद्धि (12-75 फीसदी CAGR) में भी बढ़िया सुधार होगा.
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हालांकि भारतीय पूंजी बाजार तेजी से बढ़ रहा है, फिर भी कई मामलों में यह वैश्विक औसत से पीछे है. डिमैट खातों की संख्या केवल 12 फीसदी है, जबकि अमेरिका में यह 62 फीसदी है. म्यूचुअल फंड का AUM-to-GDP अनुपात भारत में 17 फीसदी है, जो वैश्विक औसत 65 फीसदी से काफी कम है. फिर भी इस काम से जुड़ी कंपनियों को अच्छा लाभ हो सकता है. मोतीलाल ओसवाल ने कुछ कंपनियों के स्टॉक और उनके टारगेट प्राइस जारी किए हैं.
(Disclaimer: नीचे बताए गए स्टॉक्स ब्रोकरेज हाउसेज की सलाह पर आधारित हैं. यदि आप इनमें से किसी में भी पैसा लगाना चाहते हैं तो पहले सर्टिफाइड इनवेस्टमेंट एडवायजर से परामर्श कर लें. आपके किसी भी तरह के लाभ या हानि के लिए News18 जिम्मेदार नहीं होगा.)
स्टॉक्स और उनके टारगेट
Tags: Investment and return, Investment tips, Share market, Stock market, Stock tips
FIRST PUBLISHED : December 10, 2024, 13:28 IST
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