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4 Millets for Stomach Cooling: खाने-पीने की हर चीजों की तासीर होती है. किसी की तासीर ठंडी होती है तो किसी की गर्म. गर्मी में हम अक्सर ऐसी चीजों को खाते हैं जिसकी तासीर बहुत ज्यादा होती है. तली-भुनी चीजें, ज्यादा तेल वाली चीजें, प्रोसेस्ड चीजें आदि से हम अपने शरीर को अंदर से गर्म पहुंचा रहे होते हैं. इसलिए पेट में आग उबलती रहती है. कुछ खाने का मन नहीं करता. आपको ज्यादा गर्मी लगती है. शरीर में ज्यादा गर्मी लगने के कारण पानी की कमी हो जाएगी जिससे डिहाइड्रेशन हो जाएगा. वही खून की नलियां भी फैल जाएगी जिससे बीपी लो होने लगता है. वहीं शरीर में इलेक्ट्रॉलाइट्स का बैलेंस कम होने लगता है. इन समस्या का सामना करने पर थकान, कमजोरी, उल्टी, दस्त, मसल्स क्रैंप भी हो सकता है. इसलिए आपको गर्मी में ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए जिसकी तासीर ठंडी हो और यह सेहत को भी फायदा पहुंचाएं.
गर्मी के लिए काल ये 4 मोटे अनाज
1. बाजरा- मेडिकल न्यूज टूडे के मुताबिक जिस अनाज को पहले हम जानवरों को खिलाते थे, वह अब हीरा बन गया है. इसमें सुपरफूड वाली शक्ति होती है. अधिकांश मोटे अनाज इस श्रेणी में आते हैं जिसकी तासीर ठंडी होती है. बाजरा में पौष्टिक तत्वों का खजाना छिपा हुआ है. इसमें प्रोटीन, आयरन, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, थियामिन, नियासिन, राइबोफ्लोबिन जैसे पोषक तत्व भरे पड़े होते हैं. ये सब शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स को मैंटेन रखते हैं. चूंकि गर्मी में इलेक्ट्रोलाइट्स को बैलेंस गड़बड़ हो जाता है. इस कारण गर्मी में जरूर बाजरे की रोटी खाएं.
2. ज्वार -ज्वार पोषक तत्वों से भरा शानदार मोटा अनाज है. भले ही लोग पहले इसे खाने से कतराते हों लेकिन अब इसे पोषक तत्वों का पावरहाउस कहा जाता है. ज्वार की तासीर भी ठंडी होती है. ऐसे में गर्मी के दिनों में आपको सप्ताह में एक-दो दिन ज्वार की रोटियां जरूर खानी चाहिए. ज्वार की रोटी खाने से शरीर शीतल बना रहेगा. रिसर्च के मुताबिक ज्वार में फेनोलिक एसिड पाया जाता है. यह कई तरह से फायदा पहुंचाता है. इसके साथ ही इसमें कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जिसमें एंटी-इंफ्लामेटरी और एंटी-कैंसर गुण भी होते हैं. ज्वार का सेवन करने से वजन भी कम होता है. ज्वारा ब्लड शुगर को भी कंट्रोल करता है.
3. जौ – जौ या बार्ली को लोग बुखार होने पर खाते हैं लेकिन अगर आप जौ का सेवन गर्मियों के दिनों में करेंगे तो इससे शरीर ठंडा रहेगा और डिहाइड्रेशन नहीं होगा. जौ के कई फायदे हैं. आयुर्वेद में जौ के औषधीय गुणों का बखान किया गया है. जौ शरीर को शीतलता प्रदान करता है. जौ में फाइबर और मिनिरल्स की मात्रा बहुत ज्यादा होती है. यानी यह शरीर को ठंडा रखने के साथ-साथ शुगर और बीपी को भी घटाएगा. इसलिए यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी बहुत फायदेमंद है. जौ का पानी पीने से पेट में शीतलता महसूस होगी.
4. सत्तू– सत्तू का इस्तेमाल बिहार में खूब होता है. इसे काला चना को भूनने के बाद पीसा जाता है. इसी से सत्तू बनाया जाता है. गर्मी के दिनों में बिहार में सत्तू का शरबत बनाया जाता है जिसमें सत्तू को पानी में घोल दिया जाता है और इसमें काला नमक, नींबू, जीरा आदि के साथ मिलाकर पिया जाता है. सत्तू का शरबत पीते ही शरीर में ठंडक आने लगेगा. यह पेट को एकदम शीतल बना देता है जिससे पेट संबंधी सभी तरह की समस्याओं का अंत कर देता है. सत्तू में प्रोटीन भी खूब पाया जाता है. सत्तू के सेवन से कोलेस्ट्रॉल को भी घटाया जा सकता है.
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