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Crime News: उस लड़की के पास अपना मोबाइल तो नहीं था, लेकिन उसके पास कुछ ऐसा था, जिसकी मदद से वह दुनिया से जुड़ी हुई थी. इसी की मदद से दिल्ली पुलिस फिल्मी अंदाज में उस तक पहुंच गई और उसे बचा लिया गया. क्या है …और पढ़ें

(एआई इमेज)
हाइलाइट्स
- दक्षिण-पश्चिम दिल्ली से लापता हुई थी बच्ची
- उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से बरामद हुई बच्ची
- बच्ची के अपहरण के आरोप में युवक गिरफ्तार
Crime News: तपती दोपहर के बीच रोती बिलखती एक मां अपने पति के साथ हौजखास पुलिस स्टेशन में दाखिल होती है. आंखों में चिंता की गहरी लकीरें लिए पिता और कांपती आवाज़ में मां ने कुछ ऐसा बताया, जिसने पूरे पुलिस महकमे को झकझोर दिया. मां की शिकायत पर फौरत भारतीय न्याय संहिता की धारा 137(2) के तहत मामला दर्ज किया गया. हौजखास पुलिस स्टेशन के सिपाहियों ने हर गली-हर नुक्कड़ छान मारा, पर उसका कहीं कोई सुराग न मिला.
दरअसल यह पूरा मामला 14 साल की एक बच्ची की किडनैपिंग से जुड़ा हुआ है. बच्ची का कोई सुराग नहीं मिलने पर पुलिस टीम ने परिवारजनों और दोस्तों से घंटों बैठकर बातें कीं. मुखबिरों को बच्ची की खबर लाने को लगाया गया. बच्ची की तस्वीरें, जान-पहचान के पुराने मददगारों, स्कूलों सहित सभी पुलिस स्टेशनों को भेज दी गईं. लेकिन कहीं से कोई संतोषजनक खबर नहीं आई. इस बीच, हौजखास पुलिस की हर कोशिश का नतीजा शून्य ही निकला.
रील का शौक बना पुलिस के लिए मददगार
तफ्तीश के दौरान पुलिस को पता चला कि लड़की के पास कोई मोबाइल फोन नहीं था, लेकिन एक चीज थी जो उसे दुनिया से जोड़ती थी, वह था उसका इंस्टाग्राम अकाउंट. फौरन, डिजिटल सर्विलांस शुरू की गई. पता चला कि आखिरी बार 13 अप्रैल को उस अकाउंट का इस्तेमाल हुआ था और आखिरी बार उसने तनु नाम की एक लड़की से उसकी इंस्टाग्राम पर बात हुई थी. तनु के परिवार से पूछताछ की गई तो नया रहस्य सामने आया, तनु खुद पहली अप्रैल से ही लापता थी.
पहली अप्रैल से तनु का कुछ अता-पता नहीं था. पुलिस टीम ने तनु के इंस्टाग्राम आईडी के आईपी लॉग्स निकाले. पुलिस को एक मोबाइल नंबर, जो बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश में सक्रिय था. खोजबीन आगे बढ़ी तो पता चला कि तनु ने अजय नाम के युवक से शादी कर ली थी. तनु से संपर्क किया गया और उससे पता चला कि लापता बच्ची अब एक नए इंस्टाग्राम अकाउंट से एक Me*tal_*a*an**1 नामक व्यक्ति के सम्पर्क में थी.
फिल्मी अंदाज में अलीगढ़ पहुंची पुलिस, फिर…
आईपी लॉग्स से जुड़े नंबरों की जांच की गई और मोनू शर्मा का नाम सामने आया. फोन लोकेशन से पता चला कि वह अलीगढ़ के अत्रौली क्षेत्र में है. फिर क्या था, इंस्पेक्टर बलबीर सिंह के नेतृत्व में टीम बिजली की तरह दौड़ी. एक तरफ पुलिस की गाड़ियों के सायरन चीख रहे थे, दूसरी ओर अंधेरे में एक आशा की किरण चमक रही थी. अत्रौली के जलाली पुलिस चौकी क्षेत्र में अंतर्गत आने वाले खीरी गांव में बिलकुल एक फिल्मी अंदाज़ में चूहे-बिल्ली का खेल खेलते हुए लड़की और मोनू शर्मा को ढूंढ निकाला गया.
पूछताछ में लड़की ने साहस के साथ स्वीकारा कि उसने मोनू शर्मा से विवाह कर लिया था. फिर शुरू हुई कानूनी प्रक्रिया. दोनों को हौज खास थाना लाया गया, जहां सारी औपचारिकताएं पूरी कर बच्ची को उसके माता-पिता के सुपुर्द किया गया. उस दिन न केवल एक परिवार को उनकी खोई हुई बिटिया वापस मिल, बल्कि उसको बरगला कर शादी करने वाला युवक अपनी सही जगह पर पहुंच गया.
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