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तमिल सिनेमा की सफलतम एक्ट्रेस मनोरमा ने 1000 से अधिक फिल्मों और 5000 मंच नाटकों में काम किया. पति द्वारा छोड़े जाने के बावजूद उन्होंने इंडस्ट्री में नाम कमाया और कई पुरस्कार जीते.

फिल्मों की चकाचौंध तो आपने खूब देखी होगी. लेकिन एक कहानी आज ऐसी सुनाते हैं जिसे सुनकर आपको भी 440 वॉल्ट का झटका लगेगा. एक हीरोइन जिसने लव मैरिज की थी. मगर उसके पति ने बच्चे के जन्म के 11वें दिन बाद उसे सड़क के बीचों बीच छोड़ दिया. कारण भी बहुत मामूली सा था. फिर उस हीरोइन ने अपने दम पर काम किया और इंडस्ट्री पर राज किया.

ये कोई और नहीं तमिल सिनेमा की सबसे सक्सेसफुल एक्ट्रेस में से एक मनोरमा हैं. जिन्होंने इंडियन सिनेमा उद्योग को हिलाकर रख दिया. उन्होंने अपने ईमानदारी से किए गए काम से लोगों का दिल जीता और नेशनल अवॉर्ड, पद्मश्री पुरस्कार और डॉक्टरेट की उपाधि जैसे पुरस्कार हासिल किए. आपको यकीन करना मुश्किल होगा लेकिन मनोरमा ने एक हजार से अधिक फिल्मों में काम किया था. यहां तक कि गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी अपना नाम दर्ज कराया है. फिल्मों के अलावा उन्होंने 5000 मंच नाटकों में अभिनय किया था. ये सारे रिकॉर्ड मनोरमा के काम को चीख चीखकर बयां करते हैं.

मनोरमा को कॉमेडी क्वीन के रूप में भी साउथ में खूब फेम मिला. लेकिन मनोरमा की पर्सनल लाइफ उतनी ही दर्दनाक थी. इसका कारण उनका पति है. मनोरमा का असली नाम गोपी चंद है. बिना पिता के और अपनी मां की देखरेख में पली-बढ़ीं. करियर की शुरुआत थिएटर से की और फिर मनोरमा S. M. Ramanathanसे प्यार करने लगीं और उसने उनसे शादी कर ली.

मनोरमा को एक बच्चा भी हुआ. हालांकि, बच्चे के जन्म के बाद मनोरमा का लाइफ एकदम बदल गई. कहते हैं कि रामनाथन, जो कभी बच्चे को देखने नहीं आए, बच्चे के जन्म के 11वें दिन अपनी पत्नी और बच्चे को छोड़कर चला गए.

ऐसा कहा जाता है कि किसी ज्योतिषी ने कहा था कि बच्चे के जन्म के समय उसकी जान को खतरा है, इसलिए एस.एम. रामनाथन मनोरमा और बच्चे को उस मुश्किल घड़ी में छोड़कर चले गए. ये सब मनोरमा के साथ एक बार फिर हो रहा था. बिल्कुल ऐसे ही उनके पिता ने भी परिवार के साथ किया था.

कहा जाता है कि पति के विश्वासघात का मनोरमा पर गहरा असर पड़ा. फिर भी उसने अपने बच्चे के लिए अकेले लड़ने तय किया. उन्होंने अपने बेटे का नाम भूपति रखा और उसके पालन-पोषण के लिए दोबारा शादी किए बिना ही कामकाज शुरू कर दिया. धीरे धीरे वह रंगमंच से फिल्म में आ गईं, अपना नाम बदलकर गोपी शांता से मनोरमा रख लिया.

मनोरमा ने तमिल सिनेमा में जो कुछ किया वो सब आज से पहले किसी ने नहीं किया था. ये अपने आप में रिकॉर्ड है. ढेर सारी फिल्में और थिएटर करना. तमिल सिनेमा में ऐसी कोई भूमिका नहीं है जो मनोरमा ने न निभाई हो, चाहे वह सपोर्टिंग रोल हो या कॉमिक रोल या फिर लीड रोल ही क्यों न हो. मनोरमा को महिला शिवाजी तक कहा गया था.

मनोरमा ने एमजीआर, शिवाजी, रजनी, कमल, विजय और अजित सहित कई सुपरस्टार्स के साथ काम किया तो उन्होंने 4 भाषाओं में कुल 1500 फिल्मों में एक्टिंग की. 2015 में बीमारी के कारण उनका निधन हो गया.

मनोरमा ने तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री अन्नादुरई और करुणानिधि ने भी उनके साथ मंच साझा किया था. फिल्मों की बात करें तो उन्होंने तमिल सिनेमा में जयललिता और एमजीआर के साथ और तेलुगु फिल्मों में एन. टी. रामाराव जैसे दिग्गजों के साथ स्क्रीन शेयर की. मनोरमा का सपना था कि वो किसी फिल्म में ट्रांसजेंडर का रोल निभाएं, लेकिन अफसोस कि ये ख्वाहिश उनके जीते जी पूरी नहीं हो पाई.
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