Latest Posts:
Search for:

[ad_1]

Last Updated:

Method of Making Jeevamrit : प्राकृतिक तरीके से उगाई गई फसलों की मार्केट में काफी डिमांड है. लोग प्राकृतिक खेती से उत्पादित वस्तुएं खरीदना ज्यादा पसंद कर रहे हैं. अगर आप भी प्राकृतिक खेती करना चाहते हैं, तो घर पर बिना केमिकल के जैविक खाद तैयार कर सकते हैं. इसके लिए गोबर का इस्तेमाल किया जा सकता है. प्राकृतिक खेती अब धीरे-धीरे काफी प्रचलित हो रही है. गौरतलब है कि केमिकल वाले कीटनाशकों से उगाई गई फसलें स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती हैं.

इस तरीके से तैयार करें जीवामृत, बढ़ जाएगी मिट्टी की उर्वरक क्षमता; फसलों में आ जाएगी जान

इसी कारण अब प्राकृतिक खेती से उत्पादित अनाज और सब्जियों की मांग बढ़ रही है. बिना केमिकल वाले खाद से उगाई गई सब्जियां और अनाज स्वास्थ्य के लिए ज्यादा फायदेमंद होते हैं. इनके इस्तेमाल से शरीर में होने वाले कई रोगों से छुटकारा मिलता है.

अगर आप भी बिना केमिकल वाले खाद से खेती करना चाहते हैं, तो आज हम आपको बताएंगे कि घर पर गोबर से केमिकल रहित खाद कैसे तैयार करें और इससे खेती में अच्छी उपज कैसे प्राप्त करें.कृषि एक्सपर्ट राकेश पांडे बताते हैं कि गोबर से तैयार होने वाली जैविक खाद को जीवामृत कहा जाता है.

जीवामृत देसी गाय के गोबर और गोमूत्र से तैयार किया जाता है. इसे तैयार करने के लिए 5 किलो गोबर और 5 लीटर गोमूत्र को 200 लीटर पानी में मिलाकर एक मिश्रण तैयार करें. इस मिश्रण में 1 किलो गुड़ और 1 किलो बेसन डालकर अच्छी तरह मिलाएं.

अब इस मिश्रण को 48 घंटे के लिए गर्मी में छोड़ दें. तैयार हुए इस मिश्रण को जीवामृत कहते हैं.इस विधि से तैयार हुए 1 लीटर मिश्रण को 5 लीटर पानी में मिलाकर टपका विधि या छिड़काव के माध्यम से खेतों में उपयोग किया जा सकता है.

इसके अलावा, इस मिश्रण से बचे हुए सुखे पदार्थ को घनजीवमृत के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है, जो खेतों की मिट्टी को तैयार करने के लिए बेहतरीन खाद होती है. इसके इस्तेमाल से मिट्टी की उर्वरक क्षमता बढ़ जाती है और फसलों की अच्छी पैदावार होती है.

homeagriculture

इस तरीके से तैयार करें जीवामृत, बढ़ जाएगी मिट्टी की उर्वरक क्षमता

[ad_2]

Source link

Author

Write A Comment