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अमरेली: जानवरों को अलग-अलग प्रकार का चारा दिया जाता है. इसमें ज्वार, मक्का और रिजका शामिल हैं. वर्तमान में बुलेट घास का ट्रेंड भी बढ़ गया है. पहले, जानवरों को बड़ी मात्रा में रिजका दी जाती थी. रिजका के कई फायदे हैं. आयुर्वेद में रिजका के कई फायदे बताए गए हैं. किसान रिजका का पाउडर बनाकर बेच रहे हैं और अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. यह न केवल जानवरों के लिए, बल्कि इंसानों के लिए भी बहुत फायदेमंद है. चलिए, जानते हैं आयुर्वेदिक डॉक्टर मुकेशभाई खासिया से.
लोकल 18 से बात करते हुए आयुर्वेदिक डॉक्टर मुकेशभाई खासिया ने बताया, “रिजका को अल्फाल्फा (Alfalfa) भी कहा जाता है. रिजका में सभी औषधीय गुण होते हैं. रिजका विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर होता है. पहले समय में जानवरों को रिजका दिया जाता था. अब लोग जानवरों को रिजका नहीं खिलाते. जब शरीर में विटामिन्स या मिनरल्स की कमी होती है, तो उस कमी को रिजका पाउडर से पूरा किया जा सकता है. पहले जानवरों को रिजका दिया जाता था और जो दूध वे देते थे, उसमें ये विटामिन्स और मिनरल्स मिल जाते थे.”
रिजका के सेवन के स्वास्थ्य लाभ (Health benefits of consuming rizka)
रिजका पाउडर या रिजका का रस हर किसी के लिए फायदेमंद है, छोटे बच्चे से लेकर बड़े तक. यह शरीर के सभी अंगों की क्षमता बढ़ाता है. यह लार की क्षमता को बढ़ाता है और पाचन से जुड़ी बीमारियों को कम करता है. यह त्वचा रोगों में भी फायदेमंद है. बता दें कि यह गंभीर बीमारियों में भी बहुत फायदेमंद है. आजकल कैंसर, डायबिटीज और बीपी जैसी बीमारियां बहुत आम हो गई हैं और अगर आप इन बीमारियों के शिकार नहीं होना चाहते तो रिजका पाउडर या रस का सेवन रोजाना करना ज़रूरी है.
रिजका का महत्व और प्राकृतिक उपचार
मुकेशभाई ने ये भी बताया कि रिजका हर वातावरण में खाया जा सकता है. इसके अलावा, छोटे बच्चे से लेकर बड़े बच्चे तक सभी इस रिजका का सेवन कर सकते हैं. रिजका खाने के कई फायदे हैं. अगर छोटे बच्चे को सुबह चाय और दूध की बजाय आधा कप रिजका का रस दिया जाए, तो वह कभी भी खून की कमी और आंखों की अंधता से नहीं जूझेगा. मोतियाबिंद नहीं होगा. त्वचा रोग नहीं होंगे और जानलेवा बीमारियों से काफी सुरक्षा मिलेगी. हमें फिर से प्रकृति की ओर मुड़ना होगा. जैसे ऋषि-मुनि ने प्रकृति का इस्तेमाल किया, वैसे ही हमें भी थोड़ा-थोड़ा करके इसका उपयोग करना होगा, ताकि हम जानलेवा और भयंकर बीमारियों से बच सकें और 100 साल तक जी सकें.”
Tags: Local18, Special Project
FIRST PUBLISHED : December 21, 2024, 13:54 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
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