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Ayodhya of devotion and divinity: अयोध्या का दीपोत्सव केवल एक सांस्कृतिक आयोजन नहीं, बल्कि यह भारत की आत्मा, परंपरा और आध्यात्मिकता का उत्सव है. 19 अक्टूबर को जब 28 लाख दीप जलेंगे, सरयू तट पर आरती होगी और आकाश में रामायण की झलकियां दिखेंगी, तब पूरी दुनिया देखेगी-कैसे त्रेता युग की दिव्यता एक बार फिर अयोध्या में अवतरित हुई है.

अयोध्या. भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या एक बार फिर इतिहास रचने की तैयारी में है. 19 अक्टूबर को होने वाले 9वें दीपोत्सव में इस बार का आयोजन अब तक का सबसे भव्य, दिव्य और ऐतिहासिक होने जा रहा है. सरयू तट से लेकर राम की पैड़ी तक ऐसा दृश्य सजेगा, जो न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित करेगा. योगी सरकार ने इस दीपोत्सव को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने का संकल्प लिया है और इस बार तीन नए विश्व कीर्तिमान स्थापित किए जाएंगे. राम नगरी अयोध्या में दीपोत्सव को लेकर तैयारियां पूरे जोरों पर हैं. इस आयोजन की भव्यता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शहर के हर कोने को दीपों की रोशनी से सजाने की योजना बनाई गई है. पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने अयोध्या पहुंचकर तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि आयोजन में किसी भी स्तर पर कोई चूक न हो. उन्होंने कहा कि दीपोत्सव केवल एक सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह आस्था और भारतीय संस्कृति का उत्सव है.

28 लाख दीपों से जगमगाएगी अयोध्या

इस बार दीपोत्सव में 28 लाख दीये जलाने का लक्ष्य रखा गया है, जो कि पिछले वर्ष के मुकाबले करीब चार लाख अधिक है. इससे सरयू तट, राम की पैड़ी और संपूर्ण अयोध्या नगरी एक अद्भुत आभा से आलोकित होगी. पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि अयोध्या हर वर्ष अपने ही रिकॉर्ड को तोड़कर नया इतिहास रचती है, और इस बार भी ऐसा ही होगा. सरयू तट पर 26 लाख दीप जलेंगे, जबकि शेष दीप अयोध्या के विभिन्न मंदिरों और मार्गों को रोशन करेंगे.

2100 अर्चक करेंगे एक साथ सरयू आरती

इस बार दीपोत्सव का सबसे अद्भुत दृश्य होगा जब 2100 अर्चक एक साथ सरयू आरती करेंगे. हजारों दीपों की लौ के बीच एक साथ की जाने वाली यह आरती अद्भुत आस्था और दिव्यता का प्रतीक बनेगी. इसे देखने के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है. अयोध्या प्रशासन ने सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को लेकर भी विशेष इंतजाम किए हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो.

1100 ड्रोन से आसमान में रचेगी रामलीला

पिछले वर्ष 500 ड्रोन से प्रभु श्रीराम की लीलाओं को आकाश में प्रदर्शित किया गया था. इस बार 1100 ड्रोन से और भी विशाल और आकर्षक ड्रोन शो आयोजित किया जाएगा. इसमें रामायण के प्रमुख प्रसंग- जैसे राम जन्म, वनवास, सीता हरण, रावण वध और अयोध्या वापसी- को तकनीक के माध्यम से जीवंत किया जाएगा. इस शानदार ड्रोन शो को देखकर हर दर्शक स्वयं को त्रेता युग के उस पावन काल में महसूस करेगा.

रामायण की झांकियों से सजेगा नगर

दीपोत्सव में इस बार रामायण के सातों कांडों पर आधारित 14 झांकियां निकाली जाएंगी. इनमें सात झांकियां पर्यटन विभाग और सात सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से होंगी. ये झांकियां साकेत महाविद्यालय से निकलकर राम की पैड़ी तक पहुंचेंगी. झांकियों पर पुष्पवर्षा की जाएगी और पूरा नगर भक्ति, संस्कृति और दिव्यता के वातावरण में डूबा नजर आएगा. योगी सरकार ने अयोध्या को विश्व स्तरीय धार्मिक नगरी के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया है. दीपोत्सव को इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है. मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य केवल दीप जलाना नहीं, बल्कि प्रभु श्रीराम के अयोध्या आगमन की उस दिव्यता को पुनर्जीवित करना है, जो लंका विजय के बाद संपूर्ण नगर में छाई थी.

तीन विश्व रिकॉर्ड की तैयारी

इस बार दीपोत्सव में तीन विश्व रिकॉर्ड बनाए जाने की योजना है- सबसे अधिक दीपों के प्रज्वलन का रिकॉर्ड (28 लाख दीप). सबसे अधिक लोगों द्वारा एक साथ सरयू आरती का रिकॉर्ड (2100 अर्चक). सबसे बड़े ड्रोन शो का रिकॉर्ड (1100 ड्रोन).

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Ayodhya News: अयोध्या में दिव्यता और भव्यता का संगम, टूटेंगे तीन विश्व रिकॉर्ड

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