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बलिया पहुंचे आजमगढ़ DIG सुनील कुमार सिंह ने नव नियुक्त महिला और पुरुष सिपाहियों से मुलाकात की, उन्हें अनुशासन, सोशल मीडिया के उपयोग और पुलिसिंग के बारे में समझाया.

हाइलाइट्स
- DIG ने नए सिपाहियों को अनुशासन और सेवा का महत्व समझाया.
- सोशल मीडिया का मर्यादित और सोच-समझकर उपयोग करने की सलाह दी.
- महिला सिपाहियों को समाज की सुरक्षा और सम्मान की जिम्मेदारी सौंपी.
रत्नेश मिश्रा/ बलिया- उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में हाल ही में 60,244 नए सिपाहियों की नियुक्ति हुई है. लखनऊ में आयोजित भव्य समारोह में नियुक्ति पत्र मिलने के बाद अब इन जवानों को जिला अलॉट कर दिया गया है. बलिया जिले में भी नए महिला और पुरुष सिपाहियों की पोस्टिंग हुई है, ऐसे में अब इन सिपाहियों की ट्रेनिंग पुलिस लाइन में शुरू हो गई है. नए सिपाहियों के उत्साहवर्धन और उनकी ट्रेनिंग का जायजा लेने के लिए आजमगढ़ डीआईजी सुनील कुमार सिंह बलिया पुलिस लाइन पहुंचे.
आज 18 जून को आजमगढ़ डीआईजी सुनील कुमार सिंह बलिया के पुलिस लाइन स्थित ट्रेनिंग स्थल पर पहुंचे, जहां उन्होंने नए सिपाहियों से मुलाकात की. इस दौरान DIG ने महिला और पुरुष दोनों सिपाहियों का उत्साहवर्धन किया और उन्हें जिम्मेदारी, अनुशासन और संवेदनशीलता की अहमियत बताई. उन्होंने कहा कि पुलिस की वर्दी केवल पहचान नहीं, जनता की उम्मीद और भरोसे का प्रतीक है. इसे निभाना एक बड़ा उत्तरदायित्व है.
DIG सुनील कुमार सिंह ने नए सिपाहियों को संबोधित करते हुए कहा कि सोशल मीडिया को लेकर यूपी पुलिस के डीजीपी द्वारा दिए गए निर्देशों को विशेष रूप से पालन हो. उन्होंने सिपाहियों को आगाह किया कि वर्दी में रहते हुए सोशल मीडिया का उपयोग सोच-समझकर और मर्यादित ढंग से करें. उन्होंने आगे कहा कि आपका हर पोस्ट अब केवल आपका निजी विचार नहीं, वो पूरे विभाग की छवि से जुड़ा होगा. इसलिए सावधानी, संयम और समझदारी से सोशल मीडिया का इस्तेमाल करें.
DIG ने प्रशिक्षण की शुरुआत से पहले ही नवनियुक्त सिपाहियों को यह समझाया कि यह कार्य केवल एक नौकरी नहीं, बल्कि समाज और संविधान के प्रति एक सेवा है. उन्होंने विशेष रूप से महिला सिपाहियों को प्रेरित करते हुए कहा कि आपके कंधों पर अब समाज की सुरक्षा और सम्मान दोनों की जिम्मेदारी है, इस मौके को अपनी पहचान बनाने के रूप में देखिए. बलिया जैसे सीमावर्ती जिले में कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने में इन युवा सिपाहियों की भूमिका अहम मानी जा रही है. डीआईजी के दौरे से नए सिपाहियों का मनोबल बढ़ा है.
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