Latest Posts:
Search for:

[ad_1]

Last Updated:

Barabanki news in hindi : इसकी खेती किसानों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है. इसकी मांग भी पूरे देश में रहती है. किसान भाई इस डिमांड का लाभ उठाकर अच्छी आमदनी कमा सकते हैं.

X

Barabanki News : 4 हजार लागत, 90 हजार मुनाफा…जाड़ा, गर्मी जब जी चाहे उगाएं, फसल नहीं ये नोट छापने की मशीन

गर्मियों में मक्के की रहती है काफी डिमांड

Hybrid Maize Farming/बाराबंकी. मक्का एक ऐसी फसल है, जो किसानों को कम लागत में अधिक मुनाफा दे सकती है. यह फसल साल में दो बार बोई जा सकती है. मक्का की खेती किसानों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है. मक्के की मांग पूरे देश में रहती है. किसान इस मांग का लाभ उठाकर अच्छी आमदनी कर सकते हैं. मक्का ऐसी बहुउपयोगी फसल है, जिसका इस्तेमाल मोटे अनाज के अलावा पशु आहार तक में होता है. कई उद्योगों में भी मक्के का यूज किया जाता है. बाराबंकी के किसान योगेंद्र कुमार को हाइब्रिड मक्के की खेती में लागत के हिसाब से अच्छा मुनाफा मिल रहा है. वे कई साल से हाइब्रिड मक्का उगा रहे हैं.

राजौरी गांव के रहने वाले किसान योगेंद्र आज करीब 4 बीघे में मक्के की खेती कर रहे हैं. इस खेती से उन्हें एक फसल पर 80 से 90 हजार रुपये मुनाफा हो रहा है. लोकल 18 से बातचीत में योगेंद्र बताते हैं कि वैसे तो हम मेंथा, हरी मिर्च और आलू आदि की खेती करते हैं. इसके साथ बीते दो साल से मक्के की खेती करने लगे हैं, जिसमें हमें अच्छा लाभ देखने को मिला. देसी मक्के की तुलना में हाइब्रिड मक्के की अधिक पैदावार होती है. इसकी बाजारों में काफी डिमांड भी रहती है. मक्के की खेती साल में दो बार की जाती है. एक गर्मी, दूसरी बरसात. हम लोग ज्यादातर गर्मी के सीजन में इसकी खेती करते हैं क्योंकि इस सीजन में ये अच्छे रेट में बिकता है. इस समय हमारा भुट्टा 5 से 6 रुपये प्रति पीस में बिक रहा है. मंडियों में 35 से 40 रुपये किलो बिकता है. इस खेती में एक बीघे की लागत 4 से 5 हजार रुपये आती है. मुनाफा एक 80 से 90 हजार रुपये तक हो जाता है.

इसे भी पढ़ें-
Jaunpur news : खेतों में छिड़क दें इसके बीज, खत्म हो जाएगी खाद की जरूरत, रोग रहेंगे दूर, ‘सोना’ उगलेगी धरती

कैसे करें खेती

किसान योगेंद्र बताते हैं कि मक्के की खेती करना बहुत ही आसान है. पहले खेत की जुताई की जाती है. उसके बाद खेत में मक्के के बीज की बुआई करते हैं. जब पौधा निकल आता है, तब इसकी सिंचाई की जाती है. बुवाई के बाद 80 से 90 दिनों में फसल निकलना शुरू हो जाती है, जिसे तोड़कर बाजार में बेचा जा सकता है.

homeagriculture

4 हजार लागत, 90 हजार मुनाफा…जब जी चाहे उगाएं, फसल नहीं ये नोट छापने की मशीन

[ad_2]

Source link

Author

Write A Comment