पटना. मुजफ्फरपुर की एक दलित लड़की के साथ बलात्कार और हत्या के बाद बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं. बिहार में बढ़ती आपराधिक घटनाओं ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर नई बहस छेड़ दी है. लूट, अपहरण, बलात्कार और हत्याओं की लगातार बढ़ती घटनाओं ने लोगों के मन में यह सवाल पैदा कर दिया है कि क्या नीतीश कुमार के शासनकाल में भी लालू यादव के ‘जंगलराज’ जैसा हाल हो गया है? जनवरी 2025 से अब तक 20 बड़ी आपराधिक घटनाएं इस बात की ओर इशारा कर रही हैं. राज्य में जनवरी से लेकर अब तक कई गंभीर घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिनमें आरा के तनिष्क ज्वेलरी शोरूम में करोड़ों की लूट, पटना में लगातार गोलीबारी की घटनाएं, मुजफ्फरपुर और बेतिया में नाबालिग लड़कियों के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या, लखीसराय में जबरन विवाह के मामले और बेगूसराय में गैंगवार जैसी घटनाएं शामिल हैं.
इसी साल 10 मार्च को आरा ज्वेलरी लूटकांड ने राज्य की पुलिस व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया था. करीब 25 करोड़ रुपये की ज्वेलरी लूटे जाने और पुलिस को 30 बार कॉल करने के बाद भी तत्काल मदद न मिल पाने की खबर ने आम जनता में नाराजगी बढ़ा दी. इसके साथ ही राजधानी पटना और आसपास के इलाकों में लगातार गोलीबारी और हत्याओं की घटनाएं बढ़ी हैं, जो
लालू यादव के जंगलराज के दौर की याद दिलाती हैं.
नीतीश कुमार ने 2005 में पहली बार बिहार की सत्ता संभाली और तब से
कानून-व्यवस्था को सुधारने का दावा किया. उनके शासनकाल में सड़कें बनीं, विकास के कई काम हुए और अपराध नियंत्रण के लिए कई अभियान चलाए गए. हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में अपराध बढ़ने की घटनाएं भी सामने आई हैं. 2024-2025 में दर्ज बड़ी संख्या में अपराधों ने सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या शासन प्रभावी ढंग से अपराध पर नियंत्रण रख पा रहा है?
कुछ विश्लेषकों का मानना है कि नीतीश सरकार के प्रशासनिक और पुलिस तंत्र में विफलताएं दिखाई दे रही हैं, जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं. जनवरी 2025 से बिहार में 20 बड़ी आपराधिक घटनाएं सामने आई हैं, तो कई लोग यह सोचने लगे हैं कि क्या फिर से ‘जंगलराज’ लौट रहा है?
जनवरी 2025 से अब तक बिहार में 20 प्रमुख घटनाओं का विवरण:
फरवरी 2025 के पहले दो हफ्तों में पटना में 11 गोलीबारी की घटनाएं हुईं, जिनमें एक बस मालिक की हत्या और एक शादी में गोलीबारी शामिल है.
जनवरी 2025 में आरा में एक महिला की हत्या के बाद उसके शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया.
6 जनवरी को लखीसराय में अपहरण और जबरन विवाह, जिसमें एक युवक का अपहरण कर उसे जबरन विवाह के लिए बाध्य किया गया.
आरा में एक दलित लड़की की हत्या. विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाए कि उसने पीड़िता को चिकित्सा सहायता नहीं दी.
बक्सर में तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवारों को रौंदा, जिससे दो की मौत हो गई और सड़क जाम हो गया.
बलात्कार और यौन अपराध मुजफ्फरपुर में नाबालिग लड़की की हत्या: एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गई, जिससे अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
खगड़िया में एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया.
पटना में 13 वर्षीय लड़की का अपहरण और बलात्कार. 13 वर्षीय लड़की का अपहरण कर उसे सामूहिक बलात्कार का शिकार बनाया गया.
बेतिया में एक 6 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार किया गया, जिसके आरोपी को गिरफ्तार किया गया.
पटना में दो अपराधियों का एनकाउंटर. पटना के फुलवारी शरीफ इलाके में पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ में दो अपराधियों को मार गिराया गया.
बिहार की विशेष कार्य बल (STF) ने दिसंबर 2024 से फरवरी 2025 तक 16 प्रमुख अपराधों को नाकाम किया, जिनमें 11 हत्या की योजनाएं शामिल थीं.
भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी पटना में राजस्व कर्मचारी की गिरफ्तारी. पटना में एक राजस्व कर्मचारी को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया.
पाटलिपुत्र में एक ज्वैलरी शॉप में लूट की घटना हुई, जिसमें लाखों रुपये की चोरी की गई.
बेगूसराय में दो गैंगों के बीच हुई मुठभेड़ में कई लोग घायल हुए.
अररिया में एक भाजपा नेता पर हमले की घटना, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए.
गया में पुलिस ने 10 किलो के दो हाई एक्सप्लोसिव बम बरामद किए, जिन्हें डिफ्यूज किया गया.
10 मार्च 2025 को आरा के तनिष्क ज्वेलरी शोरूम में छह हथियारबंद बदमाश घुसे. तकरीबन ₹25 करोड़ की ज्वेलरी चोरी का एफआईआर दर्ज.