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Brown Rice vs White Rice: ब्राउन राइस फाइबर से भरपूर होता है, जबकि व्हाइट राइस जल्दी एनर्जी देता है. वेट लॉस में ब्राउन राइस ज्यादा फायदेमंद होता है, जबकि पाचन की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए सफेद चावल बेहतर …और पढ़ें

ब्राउन राइस कई मायनों में व्हाइट राइस से ज्यादा फायदेमंद होता है.
हाइलाइट्स
- ब्राउन राइस में फाइबर, मैग्नीशियम, विटामिन B भरपूर होते हैं.
- व्हाइट राइस जल्दी पकता है और पाचन में आसान होता है.
- वजन घटाने और ब्लड शुगर कंट्रोल के लिए ब्राउन राइस बेहतर है.
नोएडा के डाइट मंत्रा क्लीनिक की फाउंडर और सीनियर डाइटिशियन कामिनी सिन्हा ने News18 को बताया कि ब्राउन राइस अनपॉलिश्ड चावल होते हैं. इनमें चावल के ऊपर की परतें नहीं हटाई जाती हैं. जबकि व्हाइट राइस पॉलिश्ड होता है और इसकी बाहरी परतें हटा दी जाती हैं. इससे यह ज्यादा सफेद और नरम बन जाते हैं. इसी प्रोसेसिंग के कारण व्हाइट राइस के पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं, जबकि ब्राउन राइस में ज्यादातर पोषक तत्व पाए जाते हैं. कई मामलों में ब्राउन राइस सेहत के लिए बेहतर है.
ब्राउन राइस के फायदे (Brown Rice Benefits)
व्हाइट राइस के फायदे (White Rice Benefits)
एक्सपर्ट के अनुसार व्हाइट राइस प्रोसेस्ड होते हैं, इसलिए ये जल्दी पकते हैं और स्वाद में हल्के होते हैं. ये उन लोगों के लिए उपयोगी हो सकते हैं, जिनकी पाचन शक्ति कमजोर है या जिन्हें ज्यादा एनर्जी की जरूरत होती है. हालांकि इनमें पोषक तत्वों की मात्रा ब्राउन राइस की तुलना में काफी कम होती है और ये चावल ब्लड शुगर को जल्दी बढ़ा सकते हैं. इसकी वजह से डायबिटीज के मरीजों को व्हाइस राइस कम मात्रा में ही खाने चाहिए.
White Rice और Brown Rice में क्या बेहतर?
डाइटिशियन कामिनी ने बताया कि अगर आपका टारगेट वजन घटाना है या आप ब्लड शुगर कंट्रोल करना चाहते हैं, तो ब्राउन राइस बेहतर विकल्प है. इसका लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स धीरे-धीरे एनर्जी रिलीज करता है, जिससे भूख देर से लगती है और आप ओवरईटिंग से बचते हैं. वहीं व्हाइट राइस तेजी से पचता है, जिससे इंसुलिन स्पाइक हो सकता है. ब्राउन राइस ज्यादा पौष्टिक है, लेकिन यह सभी लोगों के लिए ठीक नहीं होता है. इसमें फाइटेट्स होते हैं, जो कुछ मिनरल्स के अवशोषण को कम कर सकते हैं. जिन लोगों को गैस, एसिडिटी या कब्ज की समस्या होती है, उन्हें इसकी फाइबर की मात्रा परेशान कर सकती है. इसलिए हर किसी को अपने शरीर और पाचन क्षमता के अनुसार चावल खाने चाहिए. अगर कोई परेशानी हो, तो डॉक्टर की सलाह लें.
अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. …और पढ़ें
अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. … और पढ़ें
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