Latest Posts:
Search for:

[ad_1]

Corona Virus In India: भारत में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों ने एक बार फिर लोगों के अंदर डर बैठा दिया है. देश में ज्यादातर संक्रमण के मामले मुंबई, चेन्नई, अहमदाबाद, केरल और तमिलनाडु में देखने को मिले हैं. डॉक्टर्स की मानें तो यह ओमिक्रोन वायरस का ही एक वैरिेएंट है. इससे ज्यादा घबराने की जरूरत भी नहीं है. इससे पीड़ितों में सिर दर्द, गला खराब, बुखार, जुकाम, पेट दर्द या लूज मोशन जैसी समस्याएं देखी जा रही हैं. फिलहाल, इसको एक माइल्ड इन्फेक्शन के तौर पर ही देखा जा रहा है. इस संक्रमण से पीड़ित महज चार दिनों में मरीज ठीक हो रहे हैं.

सर गंगा राम हॉस्पिटल नई दिल्ली के चेस्ट मेडिसिन के सीनियर कंसलटेंट डॉ. उज्ज्वल पाराख बताते हैं कि, यह लंबे अंतराल के बाद दोबारा लौटकर आने वाली बीमारी है. इस केस में जैसे-जैसे नए वेरिएंट सामने आते हैं वैसे-वैसे संक्रमण दोबारा सामने आने लगता है. बीच-बीच में बदलाव के साथ लंबे अंतराल के साथ कोविड बीमारी वापस आती रहेगी, जिसका मतलब है कि यह कई महीनों तक बिना तेज गति से फैल सकती है. इस वजह से मामलों की संख्या में वृद्धि देख सकते हैं. इसलिए इसको लेकर बहुत ज्यादा सोचने जैसी बात नहीं है.

भारत में मामले बढ़े तो हैं, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं

एशियाई देशों के मुकाबले भारत में अभी कोरोना के मामले कम हैं, लेकिन थोड़ी बढ़त जरूर हुई है. भारत में कोविड के मामले 257 से ज्यादा हैं. यह ओमिक्रोन वायरस का ही एक वैरिएंट है. इसके सिम्पटम की बहुत साधारण हैं. इससे ज्यादा घबराने की जरूरत भी नहीं है. हालांकि, आसपास के देशों में मामले बढ़ने की वजह से भारत के डॉक्टर अलर्ट पर हैं. लगातार आ रहे मामलों के हालात पर नजर रख रहे हैं, ताकि समय रहते कोई जरूरी कदम उठाया जा सके.

एशियाई देखों में कोविड मामले अधिक

यह ज्यादातर एशियाई देशों में देखने को मिल रहा है. इस दौरान पिछले कुछ हफ्तों में हांगकांग, सिंगापुर, थाईलैंड और भारत में भी मामलों में वृद्धि हुई है, लेकिन भारत के दृष्टिकोण से बड़ी संख्या में लोग हर दिन बुखार के साथ डॉक्टरों के पास जाते हैं. इस वजह से भारत में भी कोरोना जैसे मामले देखने को मिल सकते हैं.

कोविड के वैरिएंट से बचने के लिए क्या करें?

कोरोना से अपना बचाव करने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी बहुत जरूरी हैं. अगर आप भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जा रहे हैं, तो मास्क जरूर जरूर पहनें. खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को रुमाल या कोहनी से ढंक लें ताकि वायरस दूसरों तक पहुंच न सके. हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह धोते रहें या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें. अगर आपको बुखार, खांसी या गले में खराश जैसे लक्षण महसूस हों, तो घर पर ही रहें और जरूरत लगने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

[ad_2]

Source link

Author

Write A Comment