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Covid and Flu Symptoms: देश में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं और अभी 1200 से अधिक एक्टिव केस हैं. 12 लोग कोविड के चलते पिछले कुछ दिनों में जान गंवा चुके हैं. इन दिनों फ्लू भी तेजी से फैल रहा है. ऐसे में कोविड और फ…और पढ़ें

कोविड और फ्लू के कुछ लक्षण अलग होते हैं.
हाइलाइट्स
- कोविड और फ्लू के लक्षणों में अंतर जानना जरूरी है.
- कोविड में स्वाद और गंध की क्षमता खत्म हो जाती है.
- फ्लू आमतौर पर 7 से 10 दिनों में ठीक हो जाता है.
Covid Vs Flu Symptoms: भारत में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. देश में कोविड के एक्टिव केसेस की संख्या 1200 के पार हो गई है. कोविड संक्रमण के कारण पिछले कुछ दिनों में 12 लोगों की मौत भी हुई है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो इन दिनों कोविड ही नहीं, बल्कि फ्लू का कहर भी खूब देखने को मिल रहा है. कोविड और फ्लू के कुछ लक्षण एक जैसे होते हैं, जिसके कारण इनकी पहचान करना मुश्किल हो जाता है. हालांकि कोविड के कई लक्षण फ्लू से अलग होते हैं और ये नजर आने पर कोविड टेस्ट करवाना चाहिए. किसी भी तरह की लापरवाही खतरनाक हो सकती है.
नई दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल के प्रिवेंटिव हेल्थ एंड वेलनेस डिपार्टमेंट की डायरेक्टर डॉ. सोनिया रावत ने News18 को बताया कि कोविड और फ्लू दोनों ही वायरल इंफेक्शन हैं. कोविड और फ्लू होने पर लोगों को बुखार, खांसी, बदन दर्द, थकान और गले में खराश जैसे लक्षण नजर आते हैं. ये लक्षण दोनों ही इंफेक्शन में एक जैसे होते हैं. यही वजह है कि कई बार मरीज को यह समझना मुश्किल हो जाता है कि उसे फ्लू है या कोविड इंफेक्शन है. हालांकि दोनों इंफेक्शन के बीच कुछ स्पष्ट अंतर होते हैं, जिन्हें समझना जरूरी है. इनके आधार पर आप कोविड और फ्लू का पता लगा सकते हैं.
डॉक्टर सोनिया रावत ने बताया कि कोविड संक्रमण होने पर कई लोगों का स्वाद और गंध की क्षमता अचानक चली जाती है. लोगों को खाने में किसी तरह का स्वाद नहीं आता है और कोई भी स्मैल महसूस नहीं होती है. फ्लू के मामले में ऐसा आमतौर पर नहीं होता है. इसके अलावा कोविड इंफेक्शन होने पर लोगों को सांस लेने में मुश्किल होती है. जबकि फ्लू में सांस लेने में तकलीफ होना रेयर है. अगर आपकी सांस फूलने लगे या सीने में भारीपन महसूस हो, तो यह कोविड का संकेत हो सकता है.
हेल्थ एक्सपर्ट ने बताया कि कोविड इंफेक्शन का असर लंबे समय तक बना रह सकता है, जिसे लॉन्ग कोविड कहा जाता है. लॉन्ग कोविड के मामले में मरीज ठीक होने के बाद भी कई महीनों तक थकान, कमजोरी और मेंटल कंफ्यूजन महसूस कर सकता है. जबकि फ्लू आमतौर पर 7 से 10 दिनों में ठीक हो जाता है और इसका असर लंबे समय तक नहीं रहता. अगर आपको संदेह हो रहा है कि आप फ्लू या कोविड से संक्रमित हैं, तो सबसे सही तरीका है कि आप आरटी-पीसीआर (RT-PCR) या रैपिड एंटीजन टेस्ट कराएं. कोविड और फ्लू दोनों की जांचें अलग-अलग होती हैं.
डॉक्टर रावत के अनुसार कोविड एक गंभीर इंफेक्शन है और इसे लेकर गंभीरता बरतनी चाहिए. अगर आपको बुखार, खांसी, बदन दर्द या सांस लेने में तकलीफ हो, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलकर अपनी जांच करानी चाहिए और सही ट्रीटमेंट लेना चाहिए. प्रेग्नेंट महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों और पहले से गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों के मामले में ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि इन लोगों को कोविड संक्रमण का ज्यादा खतरा है. कोविड से बचने के लिए घर से बाहर जाते वक्त मास्क लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और बार-बार अपने हाथों को साबुन से धोएं या सैनिटाइज करें. इसके अलावा भीड़भाड़ वाली जगहों पर न जाएं और परेशानी होने पर डॉक्टर से संपर्क करें.

अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. …और पढ़ें
अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. … और पढ़ें
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