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Fact Check: सोशल मीडिया में वायरल एक वीडियो में दावा किया गया कि महाकुंभ जा रहे श्रद्धालुओं को लेकर प्रयागराज जा रही एक ट्रेन पर पथराव किया गया. इसे सांप्रदायिक रंग दिया गया, लेकिन इसकी हकीकत कुछ और है.
दावा: एक खास समुदाय के लोग महाकुंभ के लिए प्रयागराज जा रही ट्रेन पर पथराव और हमला किया.
सच्चाई: इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है.
Fact Check: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई लोगों ने हाल ही में एक वीडियो शेयर किया. इसमें दावा किया गया कि ‘जिहादियों’ के एक समूह ने महाकुंभ के श्रद्धालुओं को झांसी से प्रयागराज ले जा रही एक विशेष ट्रेन पर पथराव किया है. दावा किया गया कि यह घटना हरपालपुर रेलवे स्टेशन पर हुई. हालांकि, पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क की जांच में दावा झूठा पाया गया, क्योंकि पूरी घटना में कोई सांप्रदायिक मुद्दा नहीं था. डिब्बों के दरवाजे बंद होने के कारण स्टेशन पर एक यात्री ने पत्थर मारकर उसे खोलने की कोशिश की थी. वायरल वीडियो को सोशल मीडिया पर झूठे सांप्रदायिक एंगल के साथ शेयर किया गया.
दावा
X (पूर्व में ट्विटर) यूजर ने 28 जनवरी को एक वीडियो शेयर किया, जिसमें दावा किया गया कि कुछ ‘जिहादियों’ ने महाकुंभ मेले के लिए श्रद्धालुओं को झांसी से प्रयागराज ले जा रही ट्रेन पर पथराव किया.
पोस्ट का कैप्शन इस प्रकार था- ब्रेकिंग अलर्ट. भारत 🇮🇳. प्रयागराज में महाकुंभ जा रही ट्रेन पर कुछ संदिग्ध लोगों ने हमला कर दिया. इन दंगाइयों और जिहादियों ने यात्रियों पर पथराव किया. उनके लिए केवल एक ही इलाज है…
यहां पोस्ट का लिंक और आर्काइव लिंक है और नीचे उसका एक स्क्रीनशॉट है.
ट्रेन अटैक की सच्चाई
छानबीन
डेस्क ने InVid Tool Search के जरिए वीडियो चलाया और कुछ कीफ्रेम मिले. Google लेंस के माध्यम से एक कीफ़्रेम चलाने पर हमने पाया कि वही वीडियो कई अन्य यूजर्स द्वारा समान दावे के साथ साझा किया गया था. ऐसी दो पोस्टें यहां और यहां देखी जा सकती हैं, और उनके संग्रहीत संस्करण क्रमशः यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
डेस्क ने आगे एक अन्य कीवर्ड खोज की और 28 जनवरी 2025 की एनडीटीवी रिपोर्ट देखी, जिसका शीर्षक था: ‘दरवाजे बंद होने पर यात्रियों ने महाकुंभ स्पेशल ट्रेन पर पथराव किया’
यहां रिपोर्ट का लिंक है और नीचे उसका स्क्रीनशॉट है।
ट्रेन हमले का फैक्ट चेक.
रिपोर्ट के एक हिस्से में कहा गया, ‘झांसी से प्रयाराज जा रही एक विशेष ट्रेन पर हरपालपुर स्टेशन पर उस समय पथराव किया गया जब प्लेटफॉर्म पर इंतजार कर रहे यात्रियों ने डिब्बों के दरवाजे बंद पाए. सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में हमलावरों को ट्रेन पर पत्थर फेंकते और उसकी खिड़कियां तोड़ते हुए दिखाया गया है और यात्री डर के मारे चिल्ला रहे हैं.’
डेस्क ने देखा कि एनडीटीवी द्वारा चलाया गया वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे वायरल वीडियो जैसा ही था. नीचे इसे उजागर करने वाली एक संयोजन छवि है.
ट्रेन हमला फैक्ट चेक.
हमें 28 जनवरी 2025 को प्रकाशित इंडिया टुडे की एक और रिपोर्ट मिली, जिसका शीर्षक था: ‘वीडियो: दरवाजे बंद, गुस्साए यात्रियों ने महाकुंभ जाने वाली ट्रेन पर पथराव किया.’
यहां रिपोर्ट का लिंक दिया गया है.
रिपोर्ट के एक सेक्शन में उल्लेख किया गया है: ‘मामला तुरंत हमारे ध्यान में लाया गया और आरपीएफ और जीआरपी के सुरक्षा कर्मियों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए त्वरित कार्रवाई की. झांसी रेलवे डिवीजन के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) मनोज कुमार ने कहा कि ट्रेन को सुरक्षित रूप से अपने गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया.
इसके अलावा, जांच के हिस्से के रूप में डेस्क ने दावे के संबंध में हरपालपुर पुलिस थाना प्रभारी पुष्पक शर्मा से संपर्क किया. डेस्क से टेलीफोन पर बातचीत में अधिकारी ने स्पष्ट किया कि घटना का कोई सांप्रदायिक कोण नहीं था.
पुष्पक शर्मा ने कहा, ‘दावा झूठा है. ऐसा नहीं था कि लोगों के एक समूह ने पथराव किया था, बल्कि स्टेशन पर यात्री रहे एक व्यक्ति ने ही खिड़की तोड़ी थी, क्योंकि ट्रेन के दरवाजे अंदर से बंद थे. ट्रेन चलने ही वाली थी. इसके अलावा, त्वरित कार्रवाई की गई और मामला सुलझा लिया गया.’
इसके बाद, डेस्क ने निष्कर्ष निकाला कि घटना में कोई सांप्रदायिक कोण नहीं था
निष्कर्ष
कई सोशल मीडिया यूजर्स ने एक वीडियो साझा किया, जिसमें दावा किया गया कि इसमें एक समुदाय के सदस्यों को महाकुंभ मेले के श्रद्धालुओं को झांसी से प्रयागराज ले जा रही ट्रेन पर पथराव करते हुए दिखाया गया है. जांच में डेस्क ने पाया कि वीडियो को गलत सांप्रदायिक एंगल से सोशल मीडिया पर शेयर किया गया था.
This story was originally published by ptinews.com and translated by hindi.news18.com as part of the Shakti Collective.
New Delhi,Delhi
February 06, 2025, 21:55 IST
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