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Agency:News18 Uttar Pradesh
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Ground Report : छात्रों ने बताया कि स्कूल आने-जाने में उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. हर दिन स्कूल आते-जाते समय कोई न कोई गिरता पड़ता रहता है. बारिश के दिनों में तो हालात और भी खराब हो जाते हैं.
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चित्रकूट. एक ओर जहां देशभर में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए नए-नए कदम उठाए जा रहे हैं, वहीं कुछ सरकारी स्कूल आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं. ऐसा ही एक मामला बुंदेलखंड के पाठा क्षेत्र से सामने आया है, जहां स्कूल तो बना दिया गया लेकिन वहां तक पहुंचने का कोई रास्ता ही नहीं है. प्राथमिक विद्यालय नई बस्ती खरौंध, मानिकपुर तहसील क्षेत्र में स्थित यह स्कूल बच्चों के लिए एक चुनौती से कम नहीं है. खेतों की मेड़ों और पगडंडियों से होते हुए गिरते-पड़ते बच्चे स्कूल पहुंचते हैं.
स्कूल जाने का रास्ता नहीं
विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों ने बताया कि स्कूल आने-जाने में उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इस स्कूल की छात्रा अनन्या कहती है कि हर दिन स्कूल आते समय कोई न कोई गिर जाता है. बारिश के दिनों में तो हालात और भी खराब हो जाते हैं. रास्ते में इतना कीचड़ होता है कि हमारे कपड़े गंदे हो जाते हैं. कई बार रास्ते में गंदगी भी फैली होती है जिससे होकर हमें गुजरना पड़ता है.
शिक्षकों ने भी कई बार की शिकायत
विद्यालय के शिक्षकों ने भी इस समस्या को कई बार प्रशासन तक पहुंचाने की कोशिश की है. एक शिक्षक ने बताया कि बच्चे मुख्य सड़क तक तो आसानी से आ जाते हैं, लेकिन वहां से स्कूल तक पहुंचने के लिए खेतों की मेड़ के सहारे चलना पड़ता है. हमने कई बार एसडीएम, तहसीलदार और उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा यहां तक की चकबंदी विभाग के लेखपाल ने नक्शे में सड़क निकाल दी, लेकिन जिनकी जमीन रास्ते में आ रही है वो देने को तैयार नही हैं.
एबीएसए ने कही ये बात
इस मुद्दे पर एबीएसए (खंड शिक्षा अधिकारी) मानिकपुर मिथिलेश कुमार ने फोन पर बातचीत में कहा, “मामला मेरे संज्ञान में है. स्कूल तक जाने के लिए सड़क नहीं बनी है. प्रशासन इस पर काम कर रहा है. रास्ते के लिए ज़मीन की समस्या आ रही है, क्योंकि आसपास के किसान ज़मीन देने को तैयार नही हैं. हम जल्द ही इसका हल निकालने की कोशिश कर रहे हैं.”
आखिर कब मिलेगा समाधान
सरकारी स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं की कमी बच्चों की शिक्षा को प्रभावित कर रही है. ऐसे में सवाल उठता है कि जब शिक्षा व्यवस्था को डिजिटल और आधुनिक बनाने की बात हो रही है, तो क्या बच्चों को स्कूल तक पहुंचने के लिए एक आसान रास्ता देना भी सरकार की जिम्मेदारी नहीं होनी चाहिए? अब देखना होगा कि प्रशासन इस मुद्दे को कब तक हल कर पाता है या फिर बच्चे ऐसे ही अपनी पढ़ाई के लिए संघर्ष करते रहेंगे.
Chitrakoot,Uttar Pradesh
February 20, 2025, 23:56 IST
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