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Home Remedies: आयुष चिकित्सक डॉ. रास बिहारी तिवारी (बीएएमएस) बताते हैं कि कान के संक्रमण में जंगली तुलसी कहा जाने वाला बर्बरी तुलसी काफी फायदेमंद होता है. उन्होंने कहा कि इसके इस्तेमाल से कान के संक्रमण को ठीक …और पढ़ें
कान के इलाज में काम आता है यह पौधा
हाइलाइट्स
- कान के संक्रमण में फायदेमंद है बर्बरी तुलसी
- बर्बरी तुलसी का रस डालने से कान में कम होता है दर्द
- बहरेपन को भी ठीक कर सकती है बर्बरी तुलसी
जमुई. लगातार इयरफोन लगाकर तेज आवाज में गाना सुनने से कान संक्रमित हो सकते हैं. और बड़े पैमाने पर इन दिनों युवा से लेकर हर उम्र के लोग अपने कानों में एयरफोन लगाकर गाना सुनते हैं. इसके साथ ही कभी-कभार कान को साफ करने के लिए उसमें लकड़ी या माचिस की तीली डालने से भी कान संक्रमित हो जाता है. कान में जख्म हो जाता है तथा कान से पानी निकलने लगता है. जिसके बाद लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. और उन्हें डॉक्टर के चक्कर लगाने पड़ते हैं. लेकिन आप कुछ घरेलू उपाय अपनाकर भी कान के संक्रमण को ठीक कर सकते हैं तथा दर्द को चुटकियों में गायब कर सकते हैं.
बड़े काम का है यह जंगली पौधा, हैं कई गुण
आयुष चिकित्सक डॉ. रास बिहारी तिवारी (बीएएमएस) बताते हैं कि कान के संक्रमण में जंगली तुलसी कहा जाने वाला बर्बरी तुलसी काफी फायदेमंद होता है. उन्होंने कहा कि इसके इस्तेमाल से कान के संक्रमण को ठीक किया जा सकता है. किसी भी प्रकार की दिक्कत हो उसे दूर किया जा सकता है.
बहरापन को भी कर सकता है ठीक
उन्होंने कहा कि अगर कान में संक्रमण हो गया हो, कान से पानी निकलता हो या कान में दर्द होता हो तब बर्बरी तुलसी के रस से इसका इलाज किया जा सकता है. उन्होंने कहा की वन तुलसी में औषधीय गुण पाए जाते हैं यह एंटीबैक्टीरियल और एंटीइन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है. जिसके कारण यह कान के संक्रमण और दर्द को ठीक कर सकता है. उन्होंने कहा कि यह बहरापन को भी ठीक कर सकता है.
ऐसे करें अपने कान का इलाज, होगा फायदा
आयुष चिकित्सक ने बताया इसके लिए सबसे पहले बर्बरी तुलसी के ताजे पत्तों को तोड़ लें. फिर उसे पीसकर उसका रस निकाल लें. उन्होंने कहा कि इसके बाद इस रस को हल्का गुनगुना करें. ध्यान रखें कि वह रस ज्यादा गर्म ना हो जाए. फिर इस रस को अपने कान में दो से तीन बूंद डालें. आयुष चिकित्सक डॉ. राज बिहारी तिवारी ने बताया कि इस प्रक्रिया को दिन में दो से तीन बार दोहराएं. कान में रस डालने के बाद अपने कान को हल्के हाथ से रूई से ढक दें, ताकि उसमें हवा ना लगे. ऐसा करने से कान के दर्द को कम किया जा सकता है. कान में फंगल या बैक्टीरियल संक्रमण को समाप्त किया जा सकता है. अगर इसका नियमित इस्तेमाल किया जाए तो कान के नसों को मजबूत भी किया जा सकता है और बहरेपन को भी दूर किया जा सकता है.
Jamui,Jamui,Bihar
February 03, 2025, 22:45 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
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