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Vaibhav Suryavanshi : 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल में 35 गेंदों में दूसरा सबसे तेज शतक लगाकर सबका ध्यान खींचा. बिहार में जन्मे वैभव ने इशांत शर्मा और वाशिंगटन सुंदर जैसे खिलाड़ियों को भी नहीं बख्शा.

हाइलाइट्स
- वैभव सूर्यवंशी ने 35 गेंदों में दूसरा सबसे तेज शतक लगाया.
- वैभव की जन्मतिथि 27 मार्च 2011 है.
- उनका मूलांक 9 और भाग्यांक 7 है.
Vaibhav Suryavanshi : भारत में क्रिकेट का जुनून पूरे देश में गली-गली और मोहल्ले और नुक्कड़ों पर देखने को मिल जाता है. वर्तमान में विश्व कप से भी ज्यादा लोकप्रिय और क्रिकेट इतिहास का सबसे बड़ा टूर्नामेंट आईपीएल भारत में चल रहा है. आईपीएल में भारत सहित दुनिया के तमाम क्रिकेट खिलाड़ियों की प्रतिभा को दिखाने का मौका मिलता है. हाल ही में महज 14 वर्ष की उम्र में आईपीएल में पदार्पण करने वाले वैभव सूर्यवंशी ने बड़ा धमाका करके पूरे देश ही नहीं बल्कि दुनिया के हर क्रिकेट प्रेमी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है.
वैभव सूर्यवंशी का जन्म विवरण : 27 मार्च 2011 को बिहार की माटी में पैदा हुए वैभव की जन्म राशि मीन है. मध्यम कदकाठी के वैभव का जन्म पूर्वाषाढा नक्षत्र में हुआ था. महज 12 वर्ष की आयु में क्रिकेट में पदार्पण करने वाले वैभव ने 14 वर्ष की उम्र में क्रिकेट इतिहास में तूफान मचाकर रख दिया.
वैभव सूर्यवंशी का अंकज्योतिष : वैभव की जन्मतिथि 27 मार्च 2011 है. इसके अनुसार उनका मूलांक 9 और भाग्यांक 7 है. इस समय उनका व्यक्तिगत वर्ष 3 संचालित है. मंगल से प्रभावित मूलांक 9 को व्यक्तिगत वर्ष 3 से गुरु का सहारा मिलते ही 2025 में 14 वर्ष के वैभव ने क्रिकेट को एक नया इतिहास दे दिया. मूलांक 9 व्यक्ति के आक्रामक स्वभाव को दर्शाता है. भाग्यांक 7 उनके गंभीर स्वभाव और चिंतन की क्षमता को दर्शा रहा है.
नक्षत्र और अंकों का प्रभाव : मूलांक 9 और पूर्वाषाढा नक्षत्र का संयोजन वैभव को विराट प्रसिद्धिदायक है. एक तरफ जहां अंक 9 व्यक्ति को साहसी और दृढ़ निश्चय ऊर्जावान बनाता है वहीं पूर्व नक्षत्र अपने आप में एक अजेय नक्षत्र के नाम से जाना जाता है. मूलांक और नक्षत्र के संयोजन से वैभव ने अपने क्रिकेट इतिहास की पहली ही गेंद पर छक्का लगाकर अपने निडर इरादे जाहिर कर दिए. मांगल द्वारा शासित मूलांक 9 एवं केतु द्वारा शासित भाग्यांक 7 के अलावा शुक्र शासित पूर्वाषाढा नक्षत्र का योग वैभव को जीवन में बुलंदियों पर लेकर जाएगा.
इतिहास लिखने वाली पारी : महज 14 वर्ष की उम्र में वैभव ने 35 गेंदों में आईपीएल इतिहास का सबसे तेज दूसरा शतक लगाकर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया. उनकी इस तूफानी पारी में 11 गगनचुम्बी छक्के भी शामिल थे. वैभव ने अपनी इस तूफानी पारी में इशांत शर्मा ओर वाशिंगटन सुंदर जैसे बड़े खिलाडियों को भी नहीं बख्शा.
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