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Lakhimpur kheri news in hindi : इससे किसान भाई कम पानी में अच्छी पैदावार हासिल सकते हैं. इसके लिए सरकार किसानों को अनुदान भी दे रही है. ये तरीका मिट्टी के क्षरण को रोकने में मदद करता है.

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Lakhimpur kheri News : मिट्टी सेफ, पैदावार बंपर…खेती की सूरत बदल देगा सिंचाई का ये तरीका, सरकार भी‌ दे रही पैसे

मिनी स्प्रिंकलर 

हाइलाइट्स

  • प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना से किसानों को काफी लाभ.
  • मिनी स्प्रिंकलर से कम पानी में अधिक पैदावार पक्की.
  • लघु सीमांत किसानों को 90% और सामान्य किसानों को 80% अनुदान.

PM Krishi Sinchai Yojana Subsidy/लखीमपुर खीरी. किसानों की पैदावार बढ़ाने और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है. किसानों के लिए फसलों की सिंचाई सबसे जरूरी कामों में से एक है. किसान भाई प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का लाभ उठा सकते हैं. इससे फसलों की सिंचाई में किसानों को काफी सुविधा मिलती है. मिनी स्प्रिंकलर सिंचाई पद्धति से कम पानी में अच्छी पैदावार प्राप्त की जा सकती है. इसके लिए सरकार किसानों को अनुदान भी दे रही है. मिनी स्प्रिंकलर एक तरह का सिंचाई यंत्र है, जो बारिश की तरह पानी को फसल पर समान रूप से छिड़कता है. ये यंत्र पानी को पाइप और नोजल नेटवर्क के माध्यम से बांटता है और हवा में पानी का छिड़काव करता है.

इतना अनुदान

लखीमपुर खीरी के जिला उद्यान अधिकारी मृत्युंजय सिंह Local 18 से बताते हैं कि मिनी स्प्रिंकलर सिंचाई का एक बेहतरीन माध्यम है, जो फसलों के लिए रामबाण है. इसे फसल की कटाई के समय आसानी से हटाया जा सकता है. इसकी मदद से पानी सही तरह से जमीन के अंदर जाता है और पौधों में समान रूप से सिंचाई होती है. इससे पौधों में अधिक पानी लगने का डर भी नहीं रहता है. क्योंकि ये कम प्रेशर में भी काम करता है. इसे लगाने के लिए 8m X 8m से 10m X 10m तक की स्प्रिंकलर के बीच दूरी होनी चाहिए. मिनी स्प्रिंकलर पर लघु सीमांत किसानों को 90 प्रतिशत और सामान्य किसानों को 80 प्रतिशत का अनुदान दिया जा रहा है

मिट्टी का क्षरण कम

मिनी स्प्रिंकलर से निकलने वाली हल्की पानी की बूंदें मिट्टी की संरचना को बाधित नहीं करती हैं और मिट्टी के क्षरण को रोकने में मदद करती हैं. मिनी स्प्रिंकलर में पानी के साथ उर्वरक और पोषक तत्व भी मिला सकते हैं, जो सीधा और बराबर पौधों की पत्तियों पर गिरेंगे. इससे पौधे उन्हें जल्दी अवशोषित कर सकते हैं और पैदावार भी ज्यादा होगी.

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खेती की सूरत बदल देगा सिंचाई का ये तरीका, सरकार भी‌ दे रही पैसे

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