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Agency:News18 Uttar Pradesh
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Lakhimpur Kheri News Today: दुधवा नेशनल पार्क के जंगलों से निकालकर तेंदुआ और बाघों ने अपना ठिकाना गन्ने के खेतों में बना लिया है इसीलिए वह पुनः जंगल में वापस नहीं जा पा रहे हैं.
तेंदुआ का वीडियो पिंजरे में कैद
लखीमपुर: बीते कुछ महीनों में उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में जंगली जानवरों का आतंक देखने को मिला है. ये जानवर जंगलों से निकलकर रिहायशी इलाकों में पहुंच रहे हैं और लोगों को अपना शिकार भी बना रहे हैं. लखीमपुर-खीरी जिले में तो इनका आतंक कुछ ज्यादा ही है क्योंकि वह इलाका दुधवा नेशनल पार्क से सटा है. ऐसे में जंगलों से निकालकर तेंदुआ और बाघ जैसे जंगली जानवर रिहायशी इलाकों पहुंच जाते हैं. एक तेंदुआ काफी समय से चहलकदमी करता दिखाई दे रहा था. उसके डर से किसान अपने खेतों में नहीं जा पा रहे थे और ग्रामीणों में दहशत का माहौल व्याप्त था.
तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम ने पिंजरा लगाया था. शिकार की तलाश में निकला तेंदुआ अचानक पिंजरे में बंद हो गया. इसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग के कर्मचारियों को सूचना दी. स्थानीय लोगों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी अपलोड किया है.
दक्षिण खीरी की वन रेंज शारदा नगर के मंझरा फार्म जंगल में वन विभाग के लगाए पिंजड़े में एक तेंदुआ कैद हो गया. वन विभाग की पकड़ में आया तेंदुआ फिलहाल पूरी तरह स्वस्थ बताया जा रहा है. वन अधिकारी ने बताया कि तेंदुए का मेडिकल परीक्षण कराकर उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा. राजकीय कृषि प्रक्षेत्र मंझरा और इसके आसपास इलाके में पिछले काफी दिनों से तेंदुए की चहलकदमी देखी जा रही थी. राजकीय फार्म की डेरी अनुभाग के कर्मियों में भी काफी दहशत थी. कर्मचारी और कॉलोनीवासी वन विभाग से तेंदुए को पकड़ने की मांग कर रहे थे.
दुधवा नेशनल पार्क के जंगलों से निकालकर तेंदुआ और बाघों ने अपना ठिकाना गन्ने के खेतों में बना लिया है इसीलिए वह पुनः जंगल में वापस नहीं जा पा रहे हैं. तेंदुआ को पकड़ने के लिए लगातार वन विभाग की टीम पिंजरा लगाती रहती है. पिंजरे में कैद होने के बाद आदमखोर तेंदुओं को फिर से जंगलों में छोड़ दिया जाता है.
दुधवा नेशनल पार्क के जगलों की बात करें तो वहां तेंदुआ और बाघों की संख्या में इजाफा भी हो रहा है. देश-विदेश से सैलानी दुधवा नेशनल पार्क के जंगलों में बाघ देखने के लिए आते हैं और उनका दीदार भी करते हैं. तेंदुआ के डर से किसान खेतों की ओर नहीं जा पा रहे थे जिससे उनकी फसल भी प्रभावित हो रही थी.
Lakhimpur,Kheri,Uttar Pradesh
February 05, 2025, 23:32 IST
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