[ad_1]
Last Updated:
Kubja Krishna Mandir Mathura: मथुरा का श्री कुब्जा कृष्ण मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि दो युगों की एक अद्भुत कहानी का प्रतीक है. इस मंदिर में भगवान श्री कृष्ण की लीला और पुनर्जन्म में शूर्पणखा के रूप में कुब्जा का रहस्य जुड़ा है. यह कहानी आस्था, विश्वास और संस्कृति का संगम प्रस्तुत करती है.
मथुरा: उत्तर प्रदेश का मथुरा, भगवान श्री कृष्ण की जन्मभूमि होने के कारण विश्व प्रसिद्ध है. यहां हर युग में उनकी लीला का वर्णन मिलता है. द्वापर युग हो, त्रेता युग हो या सतयुग, मथुरा भगवान कृष्ण की लीलाओं का जीवंत प्रमाण है.
धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान श्री कृष्ण ने त्रेता युग में भगवान श्री राम के रूप में अवतार लिया था. इसके बाद द्वापर युग में उन्होंने पुनः अवतार लिया और उसी लीला के कारण कुब्जा नामक कथा प्रसिद्ध हुई.
कान्हा की नगरी मथुरा में हजारों मंदिर हैं, जिनमें हर एक की अपनी खास कहानी है. इनमें से श्री कुब्जा कृष्ण मंदिर विशेष है, जो दो युगों की गूढ़ कहानी अपने भीतर समेटे हुए है.
मथुरा के परिक्रमा मार्ग पर स्थित यह मंदिर भले ही आकार में छोटा हो, लेकिन इसकी पौराणिकता बहुत बड़ी है. लोकल 18 की टीम ने इस मंदिर के पुजारी, आशीष चतुर्वेदी से इसके रहस्य के बारे में जानने की कोशिश की.
आशीष चतुर्वेदी बताते हैं कि श्री कुब्जा कृष्ण मंदिर मथुरा का सबसे प्राचीन मंदिर है और यह दो युगों को दर्शाता है. त्रेता युग में भगवान श्री राम वनवास पर गए थे और इस दौरान उन्होंने कई लीलाएं कीं. इसी काल में एक विशेष घटना घटी, जो कुब्जा से जुड़ी है.
कुब्जा का शूर्पणखा से संबन्ध
कहा जाता है कि पुनर्जन्म में कुब्जा, शूर्पणखा थी. शूर्पणखा श्रीराम से विवाह करना चाहती थी लेकिन सफल नहीं हो पाई. बाद में उन्होंने कृष्ण को पति रूप में प्राप्त किया, जिससे उन्होंने अपने पिछले जन्म की इच्छा पूरी की.
मंदिर की आस्था और महत्व
श्री कुब्जा कृष्ण मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है बल्कि यह आस्था, विश्वास और पौराणिक कथा का एक जीवंत उदाहरण है. यह मंदिर दर्शकों और श्रद्धालुओं को दो युगों की गहरी कहानी सुनाता है और भगवान श्री कृष्ण की लीला को जीवित रखता है.
यह मंदिर मथुरा के धार्मिक पर्यटन का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन चुका है, जहां हर वर्ष लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं. यहां आने वाले भक्त इस कथा से जुड़ी आस्था को महसूस करते हैं और अपने जीवन में आशीर्वाद की कामना करते हैं.
सीमा नाथ पांच साल से मीडिया के क्षेत्र में काम कर रही हैं. मैने शाह टाइम्स, उत्तरांचल दीप, न्यूज अपडेट भारत के साथ ही लोकल 18 ( नेटवर्क 18) में काम किया है. वर्तमान में मैं News 18 (नेटवर्क 18) के साथ जुड़ी हूं…और पढ़ें
सीमा नाथ पांच साल से मीडिया के क्षेत्र में काम कर रही हैं. मैने शाह टाइम्स, उत्तरांचल दीप, न्यूज अपडेट भारत के साथ ही लोकल 18 ( नेटवर्क 18) में काम किया है. वर्तमान में मैं News 18 (नेटवर्क 18) के साथ जुड़ी हूं… और पढ़ें
[ad_2]
Source link