[ad_1]
Last Updated:
मुरादाबाद जिला अस्पताल में 24 घंटे चलने वाली नई सेंट्रल पैथ लैब शुरू हो गई है, जिससे अब मरीजों को जांच के लिए लंबी लाइन नहीं लगानी पड़ेगी. सभी पैथोलॉजिकल जांचें अब एक ही छत के नीचे और मुफ्त में होंगी. 80 लाख रु…और पढ़ें

यहां हो रही जांच।
हाइलाइट्स
- मुरादाबाद अस्पताल में 24 घंटे पैथोलॉजी जांच सुविधा शुरू
- सभी पैथोलॉजिकल जांचें अब एक ही छत के नीचे मुफ्त में होंगी
- कैंसर और थैलेसीमिया की स्क्रीनिंग की भी सुविधा उपलब्ध
पीयूष शर्मा/मुरादाबाद- मुरादाबाद जिला अस्पताल में इलाज के लिए रोजाना हजारों की संख्या में मरीज आते हैं. लेकिन जांच की सीमित व्यवस्था और भीड़भाड़ के कारण कई बार मरीजों को बिना जांच कराए ही लौटना पड़ता था. अब इस समस्या का समाधान हो गया है, क्योंकि जिला अस्पताल में नई सेंट्रल पैथोलॉजी लैब शुरू कर दी गई है, जो 24 घंटे जांच सुविधा दे रही है.
अब नहीं लगेगी लंबी लाइन
पहले मरीजों को सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक जांच के लिए लाइन में लगना पड़ता था. लेकिन अब सेंट्रल लैब शुरू होने से किसी भी समय जांच कराना संभव होगा. इससे मरीजों को लंबी लाइन में लगने की परेशानी से राहत मिलेगी और प्रक्रिया काफी सरल और सुगम हो जाएगी.
सभी जांच एक छत के नीचे
जिला और महिला अस्पताल में पहले अलग-अलग जांच सुविधाएं थीं, जिससे मरीजों को अलग-अलग जगह भागना पड़ता था. लेकिन अब इस सेंट्रल लैब के माध्यम से सभी जरूरी जांच एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगी. इससे समय और ऊर्जा दोनों की बचत होगी. यह सेंट्रल पैथोलॉजी लैब कोविड के समय तैयार की गई ट्रू नेट लैब की ऊपरी मंजिल पर बनाई गई है. इसके निर्माण में 80 लाख रुपये का खर्च आया है.
अब कोई मरीज जांच से नहीं छूटेगा
डॉक्टर रोजाना 250 से 300 मरीजों को जांच के लिए पर्चे देते हैं. लेकिन पहले सैंपल सिर्फ दोपहर डेढ़ बजे तक ही लिए जाते थे, जिससे लगभग 50 मरीज रोज जांच से वंचित रह जाते थे. अब मरीज किसी भी समय आकर जांच करा सकते हैं, जिससे यह समस्या पूरी तरह खत्म हो जाएगी.
फ्री में होंगी सभी जरूरी जांच
सेंट्रल लैब में सभी जरूरी जांचें बिल्कुल मुफ्त की जाएंगी. इसके अलावा, यहां कैंसर और थैलेसीमिया जैसी बीमारियों की मुफ्त स्क्रीनिंग की भी सुविधा दी जा रही है. यह सुविधा गरीब और जरूरतमंद मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगी.
स्टाफ और तकनीक भी पूरी तरह तैयार
इस लैब के संचालन के लिए पैथोलॉजिस्ट और सहायक स्टाफ की तैनाती कर दी गई है. नई मशीनें और तकनीक के जरिए अब जांच रिपोर्ट भी पहले की तुलना में तेजी से मिलेगी.
[ad_2]
Source link