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Agency:News18 Uttar Pradesh
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Cultivation of bamboo : जिन किसानों के पास बंजर जमीन हो, यानी जिस पर वो खेती-किसानी नहीं कर पा रहे हैं, उन पर इसकी खेती जरूर करनी चाहिए.
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प्रगतिशील किसान आसाराम सिंह
गोंडा. मध्य प्रदेश का एक आइडिया उत्तर प्रदेश में किस्मत बदल रहा है. गोंडा जिले के विकासखंड वजीरगंज के एक किसान 4 साल से बांस की खेती कर रहे हैं. उन्हें बांस की खेती का आइडिया मध्य प्रदेश के एक किसान को देखकर आया. फिर काफी रिसर्च के बाद बांस की खेती शुरुआत की. लोकल 18 से बातचीत में ग्राम सभा चांदपुर के प्रगतिशील किसान आसाराम सिंह बताते हैं कि उन्होंने हाई स्कूल तक पढ़ाई की. उसके बाद वह दिल्ली में जॉब करने लगे. कोरोनाकाल के बाद वो अपने घर पर आ गए. इस बीच उन्होंने मध्य प्रदेश के एक किसान को बांस की खेती करते देखा.
किसान आसाराम बताते हैं कि मध्य प्रदेश के बलराम किसान को देखकर बांस की खेती करने का आइडिया मिला. आसाराम कहते हैं कि जिस किसान भाई के पास ऐसी जमीन हो, जिस पर वो खेती-किसानी नहीं कर पा रहे हैं, उन पर बांस की खेती जरूर करनी चाहिए. इसकी खेती में कोई लागत नहीं लगती है. बस केवल के पौधे और शुरुआती दौर में थोड़ी लागत लगती है. साल में एक बार या दो बार सिंचाई कर दो. इसकी खेती 4 से 5 साल में पैसा देना शुरू कर देता है.
आसाराम सिंह बताते हैं कि अभी वह एक एकड़ में बांस की खेती कर रहे हैं आगे और बढ़ने की विचार कर रहे हैं. आसाराम सिंह बताते हैं कि वो बालकुआं बांस की वैरायटी की खेती कर रहे हैं. ये बांस काफी मोटा और लंबाई में काफी अच्छा होता है.
Gonda,Uttar Pradesh
February 22, 2025, 23:54 IST
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