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कुमार विश्वास जी आजकल आपकी बातें मुझे हजम नहीं हो रही हैं. आप देश के मशहूर कवि हैं. युवा पीढ़ी आपको सुनना चाहती है. आपकी कविताओं से उन्हें काफी प्रेरणा भी मिलती है, लेकिन अचानक आपको क्या हो गया है? आप किसी की निजी जिंदगी में दखल क्यों दे रहे हैं, जब आप अच्छी तरह जानते हैं कि देश की युवा पीढ़ी आपको फॉलो करती है, तो फिर आप अपनी जिम्मेदारी से क्यों कतरा रहे हैं. आप अपनी कविताओं से पहले से ही सुर्खियों में हैं, तो सोनाक्षी सिन्हा और तैमूर अली खान पर आप टिप्पणियां करके थोड़ी न ज्यादा सुर्खियां बटोर लेंगे, इसमें आपकी सकारात्मकता नहीं दिखेगी.
खैर, इसमें आपकी कोई गलती नहीं है. आजकल नेगेटिव प्रमोशन का चलन है. लोग नेगेटिव प्रमोशन करके सुर्खियों में आ रहे हैं, लेकिन सच कहूं तो आपको ये शोभा नहीं देता. आप एक सम्मानित कवि हैं. आप जो भी कहेंगे, आपके अनुयायी आपके बताए रास्ते पर चलेंगे. अब देखिए, जब सोनाक्षी सिन्हा ने जहीर इकबाल से शादी की, तो उन्हें खूब ट्रोल किया गया, लेकिन उन्होंने सब कुछ नजरअंदाज कर दिया. उन्होंने धैर्य से काम लिया और शादी के कुछ महीनों बाद सब कुछ सामान्य हो गया और जब सब कुछ ठीक है, सोनाक्षी और जहीर इकबाल खुशी-खुशी अपनी जिंदगी जी रहे हैं, दोनों लगातार सोशल मीडिया पर अपने वीडियो शेयर कर रहे हैं, फिर आपको इस मामले में कुछ कहने की क्या जरूरत थी. अगर आपको कुछ कहना ही था, तो आपको उसी समय कह देना चाहिए था?
आपने कहा, ‘अपने बच्चों को रामायण और गीता पढ़ाओ वरना ऐसा हो सकता है कि आपके घर का नाम तो रामायण है लेकिन आपके घर की लक्ष्मी कोई और ले जाए.’ हालांकि, आपको शत्रुघ्न सिन्हा से भी अच्छा जवाब मिला. सोनाक्षी के बाद अब आप सैफ अली खान और करीना कपूर के बेटे तैमूर पर निशाना साध रहे हैं. आप उसके नाम पर आपत्ति जता रहे हैं. आप कह रहे हैं, ‘इतने नाम पड़े हैं यार, कुछ भी रख लेते तुम. रिजवान रख लेते, उस्मान रख लेते, यूनुस रख लेते, हुजूर के नाम पर कोई नाम रख लेते. तुम्हें एक ही नाम मिला.’ आपके कहने का क्या मतलब है? अब क्या माता-पिता को नाम रखने से पहले आपसे पूछना चाहिए? ये उनकी समस्या है, आप बीच में क्यों पड़ रहे हैं. आप किसी बच्चे के बारे में ऐसा कैसे बोल सकते हैं कि उसे हीरो तो दूर विलेन भी नहीं बनने देंगे. आप उस मासूम के करियर को अभी से कुचलना चाह रहे हैं, जिसके बारे में अभी उसे कुछ पता भी नहीं होगा.
ये सारी बातें एक ऐसे कवि की जुबान पर शोभा नहीं देतीं, जिसे पूरे देश में प्यार और सम्मान मिलता हो. आप अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाते रहे हैं… आप भी समझते हैं कि क्या सही है और क्या गलत. एक कवि अपनी बात कह सकता है, लेकिन आपने तो फतवा जारी कर दिया. आज की युवा पीढ़ी आपको फॉलो जरूर करती है, लेकिन वो भी समझती है कि क्या सही है और क्या गलत. देखिए कि इन सब बातों का असर आपकी फैन फॉलोइंग पर न पड़े. वैसे मेरा सुझाव है कि आप अपनी बात अपनी कविताओं के जरिए ही कहें, क्योंकि हमारे देश में मंच पर भाषण देने वालों की कमी नहीं है और हां, कृपया निजता का ख्याल जरूर रखें.
(डिस्क्लेमर: ये लेखक के निजी विचार हैं. लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता/सटीकता के प्रति लेखक स्वयं जवाबदेह है. इसके लिए News18Hindi उत्तरदायी नहीं है.)
Tags: Kumar vishwas, Saif ali khan, Sonakshi sinha, Taimur Ali Khan
FIRST PUBLISHED : January 3, 2025, 17:13 IST
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